राजा रघुवंशी के भाई विपिन ने मीडिया से बातचीत में बताया कि हत्या से कुछ दिन पहले राजा और सोनम ने मिलकर एक कंपनी बनाई थी, जो राजा की मां चुन्नी देवी के नाम से रजिस्टर्ड थी। इस कंपनी में 7-8 लाख रुपये जमा हुए थे। विपिन का दावा है कि ये रुपये हत्या की साजिश में खर्च हुए।
हत्यारों को दिए गए पैसे
विपिन का शक है कि राजा के दोस्त विकास, आकाश और आनंद को जो पैसे दिए गए थे, वो इसी खाते से निकाले गए थे। ये पैसे तब दिए गए जब राजा और सोनम शिलॉन्ग रवाना होने वाले थे।
पहले से की साजिश
विपिन के अनुसार सोनम ने पूरी साजिश पहले ही रच ली थी और अब परिवार सभी आरोपियों के नार्को टेस्ट की मांग करते हुए हाईकोर्ट का रुख कर सकता है।
प्रॉपर्टी ब्रोकर और गार्ड की गिरफ्तारी
पुलिस ने शिलॉन्ग के शिप्रा टोल नाके से प्रॉपर्टी ब्रोकर सिलोम जेम्स को पकड़ा। फिर उसकी जानकारी पर गार्ड बलवीर अहिरवार को अशोकनगर के मडागन गांव से गिरफ्तार किया गया। दोनों पर सबूत मिटाने का आरोप है।
सोनम के लिए किराए पर लिया फ्लैट
सिलोम ने पूछताछ में बताया कि उसने आरोपी विशाल उर्फ विक्की को 31 मई को 51 हजार रुपये में फ्लैट किराए पर दिया था, जिसमें सोनम छुपी थी। लेकिन इसकी जानकारी पुलिस को 10 जून को दी गई, और 13 जून को मीडिया को बताया।
गायब काले बैग से जुड़े बड़े राज
पुलिस को एक काले बैग की तलाश थी जो फ्लैट से गायब था। सिलोम ने बताया कि लोकेंद्र तोमर के कहने पर गार्ड बलवीर की मदद से बैग जला दिया गया।
बैग जलाया, कीमती सामान गायब
बैग में रखे कीमती सामान (पिस्तौल, नकदी, मोबाइल) गायब कर दिए गए और फिर उसे जला दिया गया। सोनम का लैपटॉप भी सिलोम ने अपनी पत्नी की मदद से फेंक दिया।
पुलिस को मिले जलाए हुए बैग के अवशेष
पुलिस ने जांच में जले हुए बैग के हिस्से जब्त किए। इनमें मोबाइल, प्लास्टिक के टुकड़े और अन्य सामान बरामद किया
शक के दायरे में लोकेंद्र
पुलिस को शक है कि लोकेंद्र तोमर ने ही बैग से पांच लाख रुपये और पिस्तौल निकाल लिए हैं। राजा की चेन, सोनम का मंगलसूत्र और राजा का मोबाइल अब भी गायब हैं।
CCTV फुटेज डिलीट कराने की कोशिश
सिलोम से पूछताछ में खुलासा हुआ कि लोकेंद्र ने 31 मई से 10 जून तक के कैमरा फुटेज डिलीट कराने की कोशिश की, लेकिन शोरूम कर्मचारी पलास ने मना कर दिया।
लोकेंद्र फरार, ग्वालियर भागने की आशंका
पुलिस ने हीराबाग में लोकेंद्र की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी, लेकिन वह फोन बंद करके फरार है। शक है कि वह ग्वालियर भाग गया है।
आठवां आरोपी बना लोकेंद्र तोमर
अब तक सात आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं और लोकेंद्र को आठवां व अहम आरोपी माना जा रहा है। पुलिस उसकी तलाश में लगातार दबिश दे रही है।
Input-Ram Krishna Shukla