Utility Desk: आजकल क्राउडफंडिंग के ज़रिए लोग आसानी से दूसरों की मदद ले रहे हैं, लेकिन इसी बीच धोखाधड़ी की घटनाएँ भी बढ़ी हैं। खासतौर पर ‘चैरिटी स्कैम’ ने लोगों को चकमा देने का एक नया तरीका ढूंढ़ लिया है। जानिए इस धोखाधड़ी से कैसे बचें और किसी को मदद देने से पहले किन सावधानियों का पालन करें।
कैसे पहचानें चैरिटी स्कैम?
कैंपेन की पूरी जांच करें
- किसी भी क्राउडफंडिंग कैंपेन में दिये गए दस्तावेज़ और जानकारियों को अच्छी तरह से जांचें। आप सीधे लाभार्थी से भी संपर्क कर सकते हैं। यह जरूरी है कि सारी जानकारी पूरी और सटीक हो।
चेतावनी के संकेत
- यदि कैंपेन में जल्दबाजी की जा रही हो और दान करने का दबाव डाला जा रहा हो, तो यह एक स्पष्ट संकेत हो सकता है कि कुछ गड़बड़ है। अधूरी जानकारी वाले अभियान भी धोखाधड़ी का हिस्सा हो सकते हैं।
भावनात्मक अपील
- यदि कोई अभियान बहुत अधिक भावनाओं को उकसाता हो, जैसे गंभीर बीमारी या हादसे के बाद पैसा मांगा जा रहा हो, तो सतर्क रहें। इस प्रकार के अभियान धोखाधड़ी का हिस्सा हो सकते हैं, खासकर तब जब वे जल्दी धन जुटाने की कोशिश करते हैं।
धोखाधड़ी से बचने के उपाय
पारदर्शिता की जांच
- सुनिश्चित करें कि अभियान समुचित जानकारी दे रहा है। उसमें वित्तीय विवरण, संपर्क नंबर, और अन्य सहायक जानकारियाँ होनी चाहिए।
विश्वसनीय प्लेटफार्म का चयन करें
- केवल प्रतिष्ठित और नामी क्राउडफंडिंग वेबसाइट का ही उपयोग करें। अभियान की समीक्षा पढ़ें और देखें कि लोग क्या अनुभव साझा कर रहे हैं।
ऑनलाइन रिसर्च करें
- अभियान का नाम सर्च करके यह सुनिश्चित करें कि इसके खिलाफ कोई शिकायत तो नहीं है। यदि अभियान संदिग्ध हो तो यह एक चेतावनी का संकेत हो सकता है।
लाभार्थी से सीधे संपर्क करें
- अगर संभव हो, तो लाभार्थी या उसके परिजनों से मिलकर बात करें और उनकी स्थिति को समझें।
छोटे योगदान से शुरुआत करें
- हमेशा शुरुआत में छोटे दान से शुरुआत करें। यदि अभियान सही साबित होता है, तो आप धीरे-धीरे दान की राशि बढ़ा सकते हैं।
प्रश्न पूछें
- अगर अभियान से जुड़े किसी भी मुद्दे पर आप संकोच महसूस करते हैं, तो सवाल पूछें। यदि अभियान के आयोजक आपके सवालों का जवाब नहीं देते हैं या स्पष्ट उत्तर नहीं देते हैं, तो यह एक संकेत हो सकता है कि कुछ गड़बड़ है।