चुनाव आयोग की वेबसाइट हैक कर बना डाले 10 हजार वोटर आईडी, MP के अरमान मलिक ने कराया बड़ा खेल, अखिलेश ने बताया ‘डिजिटल सेंधमारी’

निर्वाचन आयोग की बेसाइट (Election commission Website) हैक कर तीन महीने के भीतर हैकर्स ने 10 हजार से ज्यादा वोटर आईडी कार्ड तैयार कर डाले। इस मामले में यूपी की सहारनपुर पुलिस ने विपुल सैनी नामक युवक को गिरफ्तार किया है। मामले की जानकारी देते हुए सहारनपुर एसएसपी एस चेनप्पा ने बताया कि आरोपी हैकर विपुल सैनी ने नकुड़ इलाके में अपनी कंप्यूटर की दुकान से इस हैकिंग को अंजाम दिया। उसके बैंक अकाउंट से 60 लाख रुपए पाए गए हैं। एसएसपी के मुताबिक, इस मामले में चुनाव आयोग में काम करने वाला डाटा एंट्री ऑपरेटर भी गिरफ्तार किया गया है। अब इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है।


अखिलेश बोले- चुनाव आयोग की गरिमा का भी सवाल


अखिलेश यादव ने शुक्रवार को नकली वोटर आईकार्ड बनाने के मामले में ट्वीट कर कहा कि उत्तर प्रदेश चुनाव आयोग की वेबसाइट में एक नवयुवक द्वारा ‘डिजिटल सेंधमारी’ करके नक़ली वोटर आईडी कार्ड बनाए जाने की ख़बर बेहद गंभीर है। ऐसे घपलों के लिए पूरे राज्य में जाँच हो, पता तो चले कहीं इसे राज्याश्रय तो प्राप्त नहीं है। ये चुनाव आयोग की सुरक्षा ही नहीं बल्कि गरिमा का भी सवाल है।


Also Read: प्रियंका गांधी ने यूपी सरकार से पूछा- जब युवा रोजगार मांगने जाएंगे, तो क्या धमकियों व लाठी के बजाए उन्हें उनका हक मिलेगा?


मध्य प्रदेश के अरमान मलिक के इशारे पर काम कर रहा था विपुल


एसएसपी चेनप्पा ने बताया कि पूछताछ के दौरान विपुल सैनी के बताया कि वह मध्य प्रदेश के हरदा निवासी अरमान मलिक के इशारे पर काम कर रहा था और उसने तीन माह में दस हजार से ज्यादा फर्जी मतदाता पहचान पत्र बना लिए थे। विपुल ने बताया कि अरमान उसे जो टास्क देता था, वह दिन भर में पूरा करके उनकी डिटेल रात को अरमान मलिक को भेज देता था। उसे प्रति आईकार्ड 100 से 200 रुपए मिलते थे। काम के आधार पर उसके बैंक अकाउंट में पैसा आता था।


सहारनपुर पुलिस ने दिल्ली पुलिस की मदद से अरमान मलिक को भी गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल अभी यह पता नहीं लग सका है कि अरमान मलिक को कहां से गिरफ्तार किया गया है। सहारनपुर पुलिस अरमान मलिक को लेकर सहारनपुर लौट रही है। नकुड थाना क्षेत्र के गांव माचारहेड़ी निवासी विपुल सैनी पुत्र रामकुमार सैनी को इस मामले में गुरुवार को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया था।


Also Read: BSP विधायक मुख्तार अंसारी व अतीक अहमद पर ED का शिकंजा, दोनों की संपत्ति जब्त करने की तैयारी शुरू


अधिकारियों को हुआ था गड़बड़ी का अंदेशा


पुलिस के मुताबिक, आरोपी विपुल सैनी चुनाव आयोग की वेबसाइट में उसी पासवर्ड के जरिए लॉगइन करता था, जिसका इस्तेमाल आयोग के अधिकारी करते थे। आयोग को कुछ गड़बड़ी का अंदेशा हुआ और उसने जांच एजेंसियों को इसकी जानकारी दी। एजेंसियों की जांच के दौरान सैनी शक के दायरे में आया और उन्होंने सहारनपुर पुलिस को सैनी के बारे में जानकारी दी।


मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी विपुल के पिता किसान हैं। उसने गंगोह स्थित शोभित यूनिवर्सिटी से बीसीए किया है। बीसीए की पढ़ाई के दौरा ही विपुल साथियों के इंटरनेट से समस्याओं का समाधान कर देता था। क्लास में उसे सहपाठी इंटरनेट का बादशाह कहते थे। पुलिस ने उसके घर से 2 कंप्यूटर जब्त किए हैं। इनकी हार्ड ड्राइव को रीड करके अब सारा डाटा खंगालने की तैयारी की जा रही है।


Also Read: संसद में जो हुआ वह अति दुर्भाग्यपूर्ण, मैंने अपने संसदीय जीवन में अब जैसा दृश्य कभी नहीं देखा: मायावती


पुलिस को पड़ताल के दौरान विपुल का किसी पार्टी से जुड़ाव नहीं मिला है। यूपी में 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में पुलिस इस एंगल पर भी जांच कर रही है कि कहीं किसी पार्टी के इशारे पर तो विपुल काम नहीं कर रहा था, जिनके वोटर आईकार्ड मिले हैं, पुलिस उनका भी राजनीतिक कनेक्शन तलाश कर रही है।


मामले में चुनाव आयोग ने दिया बयान


इस मामले में चुना आयोग का आधिकारिक बयान भी आया है। आयोग के अनुसार, असिस्टेंट इलेक्टोरल रोल ऑफिसर्स (एईआरओ) नागरिक सेवाओं को मुहैया कराने के लिए कृतसंकल्प है। कोई भी वोटर न छूटने पाए की थीम के साथ वोटर आईडी की प्रिंटिंग और तय समय के अंदर उनका वितरण किया जा रहा है।


आयोग का कहना है कि एईआरओ ऑफिस के एक डाटा एंट्री ऑपरेटर ने गैरकानूनी तरीके से सहारनपुर के नकुड़ में एक अनाधिकृत प्राइवेट सर्विस प्रोवाइडर को अपनी यूजर आईडी और पासवर्ड शेयर किया था। जानकारी मिली है कि कुछ वोटर आईडी प्रिंट करने के लिए ऐसा किया गया था। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। निर्वाचन आयोग का डेटाबेस पूरी तरह सुरक्षित है।


( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )