हमारे हिन्दू धर्म में कार्तिक मास का महीना बेहद खास और पूजनीय माना जाता है। कार्तिक मास का समापन पूर्णिमा के साथ होता है। इस साल कार्तिक की पूर्णिमा तिथि 30 नवंबर को है। इस दिन तीर्थ स्थानों पर मेले लगते हैं और तीर्थयात्री पवित्र नदियों में स्नान करके पुण्य अर्जित करते हैं। कार्तिक पूर्णिमा के दिन पांच उपाय करने से हर मनोकामना की पूर्ति होती है। आइए आपको भी बताते हैं ये उपाय –
जरूर करें है उपाय
कार्तिक पूर्णिमा के दिन व्रत रखना चाहिए। कहा जाता है कि इस दिन व्रत रखने से हजार अश्वमेध और सौ राजसूय यज्ञ का फल प्राप्त होता है। इस दिन गौ, अश्व और घी आदि के दान से संपत्ति में बढ़ोतरी होती है।
कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन अगर आप सुबह जल्दी उठकर सूर्य भगवान को जल चढ़ाते हैं तो इसके साथ इस जल में चावल और लाल फूल भी डाल दें। ऐसा करने से भी आपको लाभ मिलेगा।
कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन सरसों का तेल, तिल, काले वस्त्र किसी जरूरतमंद को दान करना चाहिए। ऐसा करने से आपको पुण्य फल प्राप्त होगा। आप कई क्षेत्रों में सफलता अर्जित करेंगे।
कार्तिक मास की पूर्णिमा की शाम को आप तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाएं और तुलसी माता का स्मरण करते हुए पौधे के चारो तरफ परिक्रमा करें। इस उपाय को करने से आपको भगवान विष्णु जी का आशीर्वाद प्राप्त होगा।
कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन घर में सत्यनारायण की कथा करवानी चाहिए। इस दिन भगवान को खीर और हलवे का भोग लगाना चाहिए। यह उपाय करने से आपकी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।
पुराणों में है महत्व
पुराणों में भी इस दिन का विशेष महत्व बताया गया है। पूर्णिमा तिथि का आगाज़ 29 नवंबर को हो जाएगा लेकिन स्नान व दान की पूर्णिमा 30 नवंबर को ही है। पूर्णिमा तिथि 29 नवंबर को रात 12 बजकर 47 मिनट से शुरु होगी और 30 नवंबर को रात 02 बजकर 59 मिनट तक रहेगी। कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान व दान का विशेष महत्व बताया गया है। कहते हैं इस दिन गंगा में डुबकी लगाई जाए को मोक्ष की प्राप्ति होती है और यही कारण है कि लाखों श्रद्धालु इस दिन हर की पैड़ी पर पहुंचते हैं।
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