महिला यात्रियों की सुरक्षा और बेहतर सुविधा के लिए स्पेशल बस सेवा शुरू करने के बाद उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने रोडवेज की आम बसों में भी महिलाओं के सफल को सुरक्षित और आसान बनाने के लिए उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की हर बस में अब तीन सीटों को आरक्षित करने का फैसला लिया है. जानकारी के अनुसार बस परिवहन निगम की हो या अनुबंधित महिलाओं को यह सीट हासिल होंगी. इस नए आदेश का पालन नहीं करने या महिलाओं को सीट दिलाने में लापरवाही या आदेश का उल्लंघन करने पर कंडक्टर और ड्राइवर पर कार्रवाई होगी. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर तत्काल नई व्यवस्था लागू की गई है.
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ये फैसला जनसुनवाई पोर्टल पर एक महिला की शिकायत के बाद लिया गया. उपनगरीय बाराबंकी-रायबरेली डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों को आदेश जारी किए गए हैं. आपको बता दें कि 17 एसी महिला स्पेशल ‘पिंक एक्सप्रेस’ बसें चलाई गई है. ये बसें प्रयागराज, आगरा, दिल्ली (वाया आगरा एक्सप्रेस-वे), झांसी, वाराणसी, गाजीपुर (बस पहले कानपुर जाएगी, फिर लखनऊ वापस आकर गाजीपुर जाएगी) और उत्तराखंड के हरिद्वार एवं हल्द्वानी के लिए है.
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पिंक बसों में महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए महिला कंडक्टर की तैनाती है. महिलाओं के साथ सहयात्री के तौर पर पुरुष भी पिंक बसों में यात्रा कर सकेंगे.
इन बसों में आपात स्थिति जैसे छेड़छाड़, लूटपाट, हाइजैकिंग, रोडहोल्डप, दुर्व्यवहार, आग लगने या अचानक बीमार होने की स्थिति में मदद के लिए ‘पैनिक बटन’ लगाया गया है, जो इंटरसेप्टर सेवा और 100 डॉयल सेवा से जुड़ा है. किसी आपात स्थिति में महिला यात्री द्वारा इस बटन को दबाते ही पुलिस को इसकी सूचना मिल जाएगी.
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