इसी हफ्ते दीवाली है, जिसकी धूम पूरे भारत में होती है। लोग अभी से बाजारों में शॉपिंग कर रहे हैं। घरों में रंगाई पुताई चल रही हैं लोग घर सजाने के लिए समान खरीद रहे हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा लाइट्स, रंगोली और तोरण पर ध्यान दिया जाता है। इसी के चलते हम आपको बता रहे हैं वास्तु के हिसाब से तोरण किधर लगाना चाहिए।
माना जाता है शुभ
जानकारी के मुताबिक, शुभता का प्रतीक माने जाने वाले तोरण को घर पर किसी शुभ अवसर पर लगाया जाता है। इसे खासतौर पर बच्चे के जन्म, शादी, गृह-प्रवेश, मेहमानों के स्वागत या कोई विशेष पूजा पर घर के मुख्य द्वार और खिड़कियों पर लगाया जाता है। इससे घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा दूर हो सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
दिशा का रखें ध्यान
मुख्य द्वार पूर्व दिशा में है तो आपके लिए हरे रंग के फूलों और पत्तियों का तोरण लगाना शुभ रहेगा और यह सुख-समृद्धि को आपके घर में आमंत्रित करेगा। इस दिशा में ताजे आम और अशोक के पत्तों का तोरण लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा और मां लक्ष्मी की कृपा आप पर बनी रहेगी।
अगर आपके घर के मुख्य द्वार की दिशा उत्तर है तो मुख्य द्वार के लिए नीले या आसमानी रंग के फूलों का तोरण लटकाना चाहिए। यदि आपके पास ताज़े फूल नहीं है तो आप प्लास्टिक के फूलों का इस्तेमाल कर सकते हैं पर ध्यान रहे फूल-पत्तियां कटे-फटे और गंदे न हों। ये नकारात्मकता को बढ़ाते हैं।
अगर आपके घर के मुख्य द्वार की दिशा दक्षिण है तो लाल, नारंगी या इससे मिलते-जुलते रंगों के तोरण से द्वार को सजाना चाहिए। ऐसा करने से धन का आगमन होगा और मान-सम्मान में वृद्धि होगी।
अगर आपके घर के मुख्य द्वार की दिशा पश्चिम है तो आपके लिए पीले, सुनहरी या हल्के नीले रंग के फूलों के तोरण द्वार पर टांगना लाभ और उन्नति में सहायक होंगे। ध्यान रहे पूर्व और दक्षिण के द्वार पर किसी भी धातु से बने तोरण को नहीं लगाना चाहिए। पश्चिम और उत्तर दिशा के द्वार पर धातु का तोरण लगाया जा सकता है। इसी प्रकार उत्तर, पूर्व और दक्षिण दिशा में बने प्रवेश द्वार पर लकड़ी का तोरण लगाया जा सकता है लेकिन पश्चिम दिशा में लकड़ी से बने तोरण को लगाने से बचना चाहिए।
Also Read: Diwali 2020: आपसी मिठास बढ़ाने को अपनों को दें ये 4 खास तोहफे, रिश्तों की डोर होगी मजबूत
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )