सोशल: जिंदगी में अगर कोई दोस्त न हो तो जिंदगी बेमायने सी लगती है. दोस्ती एक ऐसा खूबसूरत रिश्ता है जो बचपन की यादों से लेकर अंतिम सांस तक हमें याद रहता है. दोस्ती का रिश्ता इतना खूबसूरत होता है कि इसकी कद्र करने वाला अपने दिल की हर बात अपने दोस्त से कर पाता है और समझ भी पाता है. दोस्ती समय के साथ मजबूत होती रहती है जो मुश्किल वक़्त में बहुत ज्यादा गहरी और मजबूत होती जाती है. सच्चा दोस्त भी वही होता है जो अपने दोस्त की मुश्किल वक़्त में सहायता करे. दोस्त जब भी मुसीबत में होता है तो वह अपने सच्चे दोस्त की मदद पाकर खुश हो जाता है. इसी खूबसूरत रिश्ते को सेलिब्रेट करने के लिए हर साल ‘अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस’ मनाया जाता है. हर साल अगस्त महीने के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाते हैं. इस साल 1 अगस्त के दिन यह मनाया जाएगा. ऐसे में इस खास मौके पर आप अपने इस रिश्ते को और मजबूत बनाए रखने के लिए आप इन खास बातों का ध्यान रख सकते हैं-
बुद्धिमानी से चुनें मित्र-
हर किसी को अपना दोस्त बनाना सही नहीं होता है, इससे फालतू मेन्टल प्रेशर बढ़ता है. दोस्ती भी ऐसे लोगों से करनी चाहिए जो आपके जीवन में कुछ वैल्यू एड करना जानते हो. दोस्ती कुछ खास लोगों के बीच ही बननी चाहिए. ऐसे में दोस्ती करते समय दोस्तों का चुनाव भी सही ढंग से करना बहुत जरूरी है. ऐसे मित्र चुनें जो आपको आगे बढ़ने को प्रेरित करते हैं और हर मुश्किल दौर में आपका साथ निभाएं.
सोच-समझकर बोलें-
जब भी आपको किसी बात पर गुस्सा आए तो आपको कुछ भी सोच समझकर बोलना जरूरी है. कभी-कभी गुस्से में बोले जाने वाले शब्द आपकी दोस्ती को चंद मिनटों में ख़राब कर सकते हैं. गुस्से में बोले जाने वाले शब्द भावनाओं को तो आहात करते ही हैं साथ ही रिश्ते को भी कमजोर कर देते हैं. इसलिए सही यह है कि आहत करने वाली बातों से दूरी बना कर किसी भी तरह के अभिमान को दोस्ती के बीच न आने दें.
दोस्तों की पसंद पर दें सहमति-
दोस्तों की पसंद और सहमति, असहमति का हमेशा सम्मान करें. कई बार कुछ चीजें आपके और आपके दोस्त के नजरिये से अलग हो सकती हैं. इसे अहम की वजह न बनाएं.
काम को करें प्रोत्साहित-
अपने दोस्तों की अच्छी आदतों और उनके द्वारा अच्छी तरह से की जाने वाली चीजों की तारीफ जरूर करें. उन्हें प्रोत्साहित करें और आप उनके साथ हर कदम पर हैं, उन्हें इसका एहसास जरूर कराएं.
स्वीकार करें और क्षमा करें-
जब आप कुछ गलत करें तो उसे स्वीकार भी करना सीखें. इसके लिए माफी मांगना भी सीखें. इससे आपके बीच दूरियां नहीं पनप पाएंगी.
पर्सनल बातें न करें शेयर-
दोस्ती का रिश्ता भी भरोसे पर टिका होता है यदि आप किसी पर भरोसा करते हो तो उसकी बातें आपको ज्यादा शेयर नहीं करनी चाहिए. साथ ही अन्य लोगों से उनकी बातें सुनने से भी बचें. अगर आपका कोई मित्र आपको अपना रहस्य बताता है, तो ऐसा इसलिए है क्योंकि वे आप पर भरोसा करता हैं, ऐसे में आपका किसी और से ये बातें कहना उसे विश्वास घात जैसा लग सकता है. ऐसे में कई बार इससे आपकी दोस्ती में दरार आ सकती है.
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