लखनऊ: कोरोना काल में जहां एक ओर आमजन डरा परेशान, और सशंकित है तो वहीं संकट की इस घड़ी में गर्भवती महिलाओं की मदद के लिये उत्तर प्रदेश पुलिस का मानवीय चेहरा सामने आया है। इस संकट की घड़ी में सब एक दूसरे का सहारा बनें इसी उद्देश्य से सब इंस्पेक्टर अनूप मिश्रा अपूर्व द्वारा निजी डॉक्टरों के सहयोग से “एक दूजे के लिए स्ट्रेस सॉल्यूशन्स मेडी हेल्प लाइन ” की शुरुआत की गई थी। जिसका हेल्पलाइन नंबर 9918317707 है। इसी हेल्पलाइन के तहत अब उन्होंने कोरोना संक्रमित गर्भवती महिलाओं व उनके गर्भ में पल रहे शिशु के बेहतर स्वास्थ्य और उनके जीवन की सुरक्षा के उद्देश्य से जननी सेवा की शुरुआत की है । जिसके तहत गर्भवती महिलाओं को गाइनकोलॉजिस्ट डॉक्टर से ( गाइनी ) उन्हें घर बैठे निःशुल्क परामर्श प्रदान करवाने की सेवा को भी हेल्पलाइन से जोड़ा गया है ।
सब इंस्पेक्टर ने बताया ये
सब इंस्पेक्टर हेल्पलाइन संयोजक – अनूप मिश्रा अपूर्व ने जननी सेवा मुहिम की जानकारी देते हुए बताया कि इसके जरिये कोरोना संक्रमित गर्भवती महिलाओं को कोरोना महामारी के वक्त अपने उपचार हेतु हॉस्पिटल के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। इसी के साथ गर्भवती महिलाओं, असहाय, गरीब, दिव्यांग और बुजुर्ग महिलाओं की निःशुल्क कोविड जाँच करवाने के साथ कोरोना बीमारी की दवाओं के साथ उनके बेहतर स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर डॉक्टर की सलाह पर निःशुल्क आयरन जिंक सिरप, विटामिन सी – जिंक की टेबलेट , विटामिन डी के सिरप, पाऊच, टेबलेट आदि के साथ पैड दिये जाने की सेवा को शुरू किया गया है ।
बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस टेलीकॉम में सब इंस्पेक्टर के पद पर सेवारत अनूप मिश्रा अपूर्व वर्तमान में पीएसी मुख्यालय में कार्यरत हैं। अनूप मिश्रा जननी हेल्पलाइन की जानकारी देते हुए बताते हैं कि कोरोना महामारी के खिलाफ चल रही जंग में गर्भवती महिलाओं को कोरोना संक्रमण एवं अन्य रोगों के कारण स्वयं के साथ – साथ अपने पारिवारिक जनों की बीमारी और अपने प्रियजनों को असमय खोने की वजह से उनमें डिप्रेशन, घबराहट चिड़चिड़ापन , तनाव आदि बढ़ रहा है। इससे गर्भवती महिलाओं और उनके पेट में पल रहे शिशु के लिये दिन प्रतिदिन खतरा बढ़ रहा है।
बीमारी की वजह से होम आइसोलेट होकर घर से ही इलाज करवाने के लिए मजबूर और घर से न निकलने की वजह भी उनमें असुरक्षित भाव और तनाव बढ़ रहा है। इसके तहत अनूप मिश्रा पुलिस सब इंस्पेक्टर के संयोजन और डॉक्टरों के मार्गदर्शन में शुरू की गई जननी सेवा में तकरीबन 20 से अधिक गाइनी डॉक्टरों को शामिल किया गया है।
ताकि ना खराब हो शिशु की तबियत
इस मुहिम में शामिल मनोचिकित्सक और मनोवैज्ञानिक द्वारा टेली-कंसल्टेशन के जरिये गर्भवती महिलाओं के तनाव को कम करने के लिये उन्हें स्ट्रेस प्रबंधन व मानसिक उपचार से सम्बंधित निःशुल्क परामर्श दिया जा रहा है। ताकि उनके साथ ही पेट में पल रहे शिशु के स्वास्थ्य पर कोई बुरा प्रभाव न पड़े।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )