भले ही इस समय कोरोना वायरस कंट्रोल ने आ गया है, पर ऐसा अंदेशा लगाया जा रहा है कि वायरस की थर्ड वेब आ सकती है। जिसके चलते हर जगह इससे बचाव की तैयारी की जा रही है। अब कानपुर में भी पुलिस कर्मियों को संक्रमण से बचाने और उनके इलाज के लिए अस्पताल बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। ऐसा इसलिए क्योंकि पुलिसकर्मी फ्रंट लाइन पर तैनात होते हैं। जिस वजह से उनको संक्रमण का ज्यादा खतरा रहता है। इसी के चलते कानपुर पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने इसकी जिम्मेदारी भी अफसरों को सौंप दी है।
कमिश्नर ने बताया ये
जानकारी के मुताबिक, फिलहाल कानपुर में पुलिस अस्पताल 16 बेड का है। सीएसआर फंड मिलने के बाद 40 बेड तक इसकी क्षमता होगी। अस्पताल का कायाकल्प किया जाएगा। ऑक्सीजन की कमी नहीं होने दी जाएगी। इसके अलावा जीवन रक्षक दवाओं के स्टाक को मेनटेन करने के साथ ही स्पेशलिस्ट डाक्टर्स की भी तैनाती अस्पताल में कराई जाएगी। ताकि मुसीबत के समय किसी तरह की गड़बड़ न होने पाए।
वहीं जानकारी देते हुए कानपुर पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने बताया कि कुछ उद्यमी हैं जिन्होंने अस्पताल के लिए लगभग सत्तर लाख रुपए देने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल को तैयार कराने की जिम्मेदारी एडिश्नल सीपी डॉ. मनोज कुमार और एडीसीपी डॉ अनिल कुमार को सौंपी गई है। ये दोनो ही लगातार पुलिसकर्मियों के कोविड अस्पताल में जवानों और उनके परिजनों का इलाज कर रहे हैं।
अच्छा काम कर रहा पुलिस अस्पताल
बता दें कि कानपुर पुलिस की ओर से शुरू किए गए ऑक्सीजन बैंक से भी लोगों को काफी राहत मिली। अस्पताल में पुलिसकर्मियों और उनके परिजनों का ट्रीटमेंट हुआ बाद में पुलिस ने कुछ आम नागरिकों का भी इलाज कर उन्हें ठीक किया। इस अस्पताल से एक माह में 68 लोग ठीक होकर अपने घरों को गए।
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