लखनऊ (Lucknow) के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से विश्व युवा कौशल दिवस 2025 (World Youth Skills Day 2025) के अवसर पर दो दिवसीय राज्य स्तरीय कौशल मेला एवं प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने मंगलवार को मेले का उद्घाटन किया। उनके साथ राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल भी उपस्थित रहे। सीएम ने कहा कि युवाओं को डिजिटल स्किल्स के माध्यम से आगे बढ़ाने का कार्य हो रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में काम की कोई कमी नहीं है, बल्कि अब तो स्किल को प्राथमिकता दी जा रही है। सरकार अब तक 50 लाख युवाओं को टैबलेट वितरित कर चुकी है और आईटीआई नेटवर्क को भी मजबूत किया जा रहा है।
प्रदेशभर में रोजगार उत्सव, 11 युवाओं को मिला नियुक्ति पत्र
राज्य सरकार ने इस बार कौशल दिवस को खास रूप देने के लिए 12 से 14 जुलाई तक सभी जिलों में रोजगार मेलों का आयोजन किया। इसमें हजारों युवाओं को स्थानीय उद्योगों में रोजगार के अवसर मिले। राज्य स्तरीय समारोह में चयनित 11 युवाओं को मंच से नियुक्ति पत्र सौंपे गए। यह पहल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के “आत्मनिर्भर युवा, समृद्ध उत्तर प्रदेश” मिशन की दिशा में एक सशक्त कदम है।
कौशल, तकनीक और नवाचार की झलक
15 और 16 जुलाई को आयोजित इस राज्य स्तरीय मेले में युवा कौशल चौपाल, कौशल मेला और कौशल ओलिंपिक जैसे तीन प्रमुख कार्यक्रम हुए। युवा कौशल चौपाल के दौरान विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों से जुड़कर सफल करियर बनाने वाले 11 युवाओं को ‘कौशल यूथ आइकॉन’ के रूप में सम्मानित किया गया। इन युवाओं ने अपनी प्रेरणादायक सफलता की कहानियां साझा कीं।
टेक्नोलॉजी और सॉफ्ट स्किल्स वर्कशॉप्स
मेले में 100 से ज्यादा स्टॉल्स लगाए गए, जिनमें प्रशिक्षुओं द्वारा बनाए गए हैंडीक्राफ्ट, टेक्सटाइल, हेल्थकेयर, स्मार्ट डिवाइसेस जैसे उत्पादों की प्रदर्शनी हुई। इसके अलावा, सॉफ्ट स्किल वर्कशॉप्स जैसे सीवी मेकिंग, इंटरव्यू स्किल्स, स्पोकन इंग्लिश और पर्सनैलिटी ग्रुमिंग सेशन भी आयोजित किए गए। मंडल स्तर पर आईटीआई स्टॉल्स की प्रतियोगिता भी रखी गई, जिसके विजेताओं को राज्य स्तर पर सम्मानित किया जाएगा।
‘कौशल ओलिंपिक’ में झलकी तकनीकी प्रतिभा
इस आयोजन की विशेष झलक ‘कौशल ओलिंपिक’ रही, जिसमें युवाओं ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, ड्रोन टेक्नोलॉजी, हेल्थटेक, स्मार्ट एग्रो और डिजिटल डिजाइनिंग जैसे क्षेत्रों में अपने नवाचार प्रस्तुत किए। यह आयोजन न सिर्फ युवाओं के लिए एक प्रेरणा बना, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक सशक्त पहल भी साबित हुआ।