राजधानी लखनऊ में रहने वाले सुपरवाइजर अखिलेश सिंह चौहान (Akhilesh Singh Chauhan) को मेघालय में किडनैपर्स से छुड़ा लिया गया है। तीन दिन पहले मेघालय में उन्हें किडनैप कर लिया गया था। उनक पत्नी शीला सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) से मुलाकात की थी। इसकेबाद सीएम योगी ने मेघायल के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा से बात की थी। मेघालय की पुलिस ने बताया कि अखिलेश पूरी तरह से ठीक हैं।
पूर्व उग्रवादी समूह ने किया था अपहरण
जानकारी के अनुसार, मंगलवार की देर रात करीब 1:40 पर अखिलेश सिंह चौहान को दक्षिण गारो पहाड़ियों के पास एनएच-217 पर निर्माणाधीन रोंगडिक पुल के पास उनके अस्थायी टेंट से कुछ लोगों ने किडनैप कर लिया था। इसके बाद सिजु पुलिस ने किडनैपिंग का केस दर्ज कर अखिलेश की तलाश शुरू की।
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इस मामले में पुलिस ने बताया कि एक पूर्व उग्रवादी समूह ने अखिलेश को किडनैप किया था। 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 2 अन्य की तलाश जारी है। अखिलेश की सुरक्षा जरूरी थी, इसलिए अभियान के दौरान पहले उन्हें सुरक्षित किया गया। इसके बाद आरोपियों को पकड़ा गया। आरोपियों ने बताया कि अखिलेश को छोड़ने के बदले में निर्माण कंपनी से 50 लाख की फिरौती वसूलने की योजना थी, लेकिन इससे पहले ही वह पकड़ लिए गए।
लखनऊ के बेनीगंज इलाके में रहता है अखिलेश का परिवार
जानकारी के मुताबिक, अखिलेश सिंह का परिवार लखनऊ के कुर्सी रोड के बेनीगंज इलाके में रहता है। 49 वर्षीय अखिलेश के परिवार में पत्नी शीला देवी हैं। शीला देवी के मुताबिक, हमारा परिवार मूल रूप से गाजीपुर का रहने वाला है। 3 साल पहले परिवार लखनऊ में आजीविका तलाशता हुआ आ गया था। बेनीगंज में किराये के मकान में रह रहे हैं।
पत्नी शीला सिंह चौहान ने बताया कि मेरे पति जानकीपुरम के रहने वाले ठेकेदार आरके सिंह के लिए काम करते हैं। उनकी कंपनी का काम मेघालय के भागमारा के खारोकल में चल रहा है। यहां वह पुल का निर्माण करा रहे हैं। ठेकेदार काम के लिए उनके पति अखिलेश को वहां लेकर गया था।
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