जब राहुल की मौजूदगी में ही भिड़ गए दिग्विजय और सिंधिया, जमकर हुई हुई तीखी नोक-झोंक

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की भीतरी कलह अब खुलकर सामने आ रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बुधवार रात हुई बैठक के दौरान मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच तीखी कहासुनी हो गई. यह बैठक राहुल गांधी की मौजूदगी में मध्य प्रदेश के उम्मीदवारों की लिस्ट को अंतिम रूप देने के लिए बुलाई गई थी.

 

अंग्रेजी न्यूज़ चैनल टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार को कैंडिडेट्स सिलेक्शन के लिए कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में अपने-अपने समर्थकों को टिकट दिलाने के नाम पर दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच बहस हो गई. यह बहस काफी देर तक चली.

 

दोनों के बीच का विवाद जब नहीं सुलझा तो इसे सुलझाने के लिए राहुल गांधी को तीन सदस्यीय समिति बनानी पड़ी. सूत्रों की मानें तो  सिंधिया और दिग्विजय की खुली जंग से राहुल के चेहरे पर गुस्सा साफ देखा जा सकता था. इस तीन सदस्यीय समिति के सदस्यों अशोक गहलोत, वीरप्पा मोइली और अहमद पटेल की इस समिति ने पार्टी के वॉर रूम 15 गुरुद्वारा रकाबगंज रोड में रात 2.30 बजे तक मामले को सुलझाने के लिए बैठक की. लेकिन समिति की बैठक में पूरा मामला नहीं सुलझ सका, इसलिए आज सुबह 9 बजे से फिर बैठक जारी है. पार्टी की ओर से सभी नेताओं को इस विवाद पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया गया है.

 

वहीँ इस पूरी घटना पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्र का ने कहा “मध्य प्रदेश में टिकट बंटवारे को लेकर कांग्रेस के अंदर घमासान हो रहा है. दिग्विजय सिंह और सिंधिया जी के बीच गुत्थम-गुत्थी हो रही है। हाथापाई होने की नौबत हो गई. राहुल गांधी जी वहां मौजूद थे. और लगभग दिग्विजय सिंह और सिंधिया जी के बीच में हाथापाई हो गई थी. राहुल जी देखते रहे.”

 

बता दें, राहुल गांधी ने इसके मध्यप्रदेश की कमान कमलनाथ और ज्योतिरादित्य को सौंप रखी है. कांग्रेस के पूरे चुनावी अभियान के दौरान 10 साल तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय सिंह नदारद रहे हैं. खुद को नजरअंदाज किए जाने से दिग्विजय सिंह काफी नाराज हैं. और उनकी ये कई दफा देखने को मिल चुकी है. हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुई.  इस चिट्ठी में दिग्विजय सिंह कथित तौर पर सोनिया गांधी से टिकट बंटवारे में हुई गड़बड़ी का जिक्र करते दिखे। हालांकि दिग्विजय ने ट्वीट कर साफ कर दिया कि यह चिट्ठी फेक है.

 

 

बता दें कि इसी महीने 28 नवंबर को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए वोटिंग होनी है. नामांकन की प्रक्रिया 2 नवंबर से शुरू हो रही है, जो कि 9 नवंबर तक चलेगी.

 

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