कैश फॉर क्वेरी मामले में तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) की सांसदी छिन गई है। इस मामले में एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट के बाद उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई है। महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप लगा है। उनपर आरोप है कि उन्होंने बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से पैसे लेकर संसद में सवाल किए। महुआ मोइत्रा पर आरोप है कि उन्होंने दर्शन हीरानंदानी और उनकी कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए पैसे लेकर संसद में सवाल पूछे। वहीं, इस मामले को लेकर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भाजपा पर बड़ा हमला बोला है।
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कही ये बात
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट कर लिखा कि सत्ताधारी दल विपक्ष के लोगों की सदस्यता लेने के लिए किसी सलाहकार को रख ले, जिससे मंत्रीगण व सत्ता पक्ष के सासंदों और विधायकों का समय षड्यंत्रकारियों गतिविधियों में न लगकर लोकहित के कार्यों में लगे। जिन आधारों पर सांसदों की सदस्यता ली जा रही है, अगर वो आधार सत्ता पक्ष पर लागू हो जाएं तो शायद उनका एक दो सासंद-विधायक ही सदन में बचेगा। कुछ लोग सत्ता पक्ष के लिए सदन से अधिक सड़क पर घातक साबित होते हैं।
सत्ताधारी दल विपक्ष के लोगों की सदस्यता लेने के लिए किसी सलाहकार को रख ले, जिससे मंत्रीगण व सत्ता पक्ष के सासंदों और विधायकों का समय षड्यंत्रकारियों गतिविधियों में न लगकर लोकहित के कार्यों में लगे। जिन आधारों पर सांसदों की सदस्यता ली जा रही है, अगर वो आधार सत्ता पक्ष पर लागू हो…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 8, 2023
बता दें कि महुआ मोइत्रा को संसद से निष्कासित करने के लिए लाए गए प्रस्ताव को ध्वनिमत से पारित कर दिया गया है और इसके साथ रही उनकी सांसदी खत्म हो गई। बहस के दौरान बीजेपी सांसद हीना गावित कहा कि महुआ मोइत्रा ने अपने संसदीय इतिहास में कुल 61 सवाल किए , जिसमें से 50 बार दर्शन हीरानंदानी के सवाल पूछे हैं। महुआ ने खुद ही एथिक्स कमिटी के सामने माना कि उन्होंने हीरानंदानी को लॉग-इन, पासवर्ड दिए हैं।
कौन हैं दर्शन हीरानंदानी
दर्शन हीरानंदानी देश के बड़े कारोबारी हैं। रियल एस्टेट सेक्टर में उनका बड़ा नाम है। हीरानंदानी ग्रुप रियल एस्टेट कंपनी के सीईओ दर्शन हीरानंदानी का नाम कैश फॉर क्वेरी में महुआ मोइत्रा के साथ जुड़ा। दर्शन पर आरोप लगे कि उन्होंने अपनी कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए महुआ मोइत्रा को पैसे दिए ताकि वो संसद में अडानी को लेकर सवाल करें। इस मामले में खुलासा होने के बागद उनका नाम सामने आया। दर्शन की कंपनी का अधिकतर कारोबार मुंबई में है। दर्शन के पिता निरंजन हीरानंदानी इस कंपनी के फाउंडर हैं। हीरानंदानी ग्रुप रेसिडेंशियल टाउनशिप से लेकर आईटी पार्क, बिजनेस पार्क, मॉल से अलावा इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट से जुड़ी है।
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