मुकेश कुमार संवाददाता गोरखपुर: वैदिक सिटी की तर्ज पर विकसित किए जा रहे ‘नया गोरखपुर’ के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है। अब सदर तहसील के बैजनाथपुर और विशुनपुर राजस्व ग्रामों में भी काश्तकारों से समझौते के आधार पर जमीन की खरीद शुरू की जाएगी। भूमि दरों के प्रस्ताव पर गुरुवार को प्राधिकरण बोर्ड बैठक में स्वीकृति मिलने की संभावना है। इसके बाद मार्च से इन क्षेत्रों में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी।
3000 करोड़ की परियोजना, 6000 एकड़ भूमि का अधिग्रहण जारी
गोरखपुर विकास प्राधिकरण नया गोरखपुर परियोजना के तहत विभिन्न राजस्व ग्रामों में भूमि अधिग्रहण कर रहा है। इनमें बालापार, मानीराम, रहमतनगर, सोनबरसा, महराजगंज, परमेश्वरपुर, बैजनाथपुर, विशुनपुर, देवीपुर, रामपुर गोपालपुर, ठाकुरपुर नंबर एक और ठाकुरपुर दोयम शामिल हैं।
अब तक राजस्व ग्राम बालापार में 414, मानीराम में 468 और रहमतनगर में 50 काश्तकारों से कुल 189.90 एकड़ भूमि खरीदी जा चुकी है। इस प्रक्रिया के तहत 932 काश्तकारों को 278.63 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।
*माड़ापार, तकिया मेदनीपुर और कोनी में भी भूमि अधिग्रहण*
गोरखपुर-कुशीनगर रोड पर स्थित चौरीचौरा तहसील के माड़ापार में 151.261 हेक्टेयर, सदर तहसील के तकिया मेदनीपुर में 44.706 हेक्टेयर और कोनी में 56.482 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की जाएगी। चयनित एजेंसी द्वारा रिपोर्ट प्रस्तुत करने और जनसुनवाई पूरी होने के बाद यह प्रक्रिया आगे बढ़ाई जा रही है।
जोनल प्लान और बुनियादी ढांचे की योजना
प्राधिकरण जमीन खरीदने के साथ-साथ सभी क्षेत्रों के लिए डिटेल जोनल प्लान भी तैयार करवा रहा है। ड्रोन सर्वेक्षण के माध्यम से 06 जोन का जोनल प्लान तैयार किया जा रहा है। इसमें मुख्य सड़कों से जुड़ने वाली सड़कें, सीवर लाइन, यूटिलिटी डक्ट, जलापूर्ति, स्ट्रॉम वॉटर ड्रेनेज, पार्क और अन्य सुविधाओं की मार्किंग की जाएगी।
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‘नया गोरखपुर’ परियोजना से शहर को आधुनिक बुनियादी ढांचे और बेहतर शहरी सुविधाओं से लैस किया जाएगा।