मुरादाबाद जिले में हुए खरनाक हादसे के बाद अब जिले में अवैध वसूली को रोकने का काम शुरू हो गया है। दरअसल, एसएसपी ने 100 से ज्यादा होमगार्डों को हटाने के लिए पत्र लिखा है उसके साथ ही अब ट्रैफिक संभालने के लिए तैनात पुलिसकर्मियों की वर्दी पर बॉडी वार्न कैमरे लगवाने की तैयारी शुरू हो गई है। यातायात विभाग के हेड कांस्टेबल के साथ ही टीएसआइ की वर्दी में इन बॉडी वार्न कैमरों को लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। वर्दी में लगे इन छोटे कैमरे से सिपाही के साथ ही सामने खड़े व्यक्ति से बातचीत भी रिकार्ड हो जाएगी। मौजूदा समय में दस बॉडी वार्न कैमरों को यातायात विभाग के टीएसआइ और हेड कांस्टेबलों को बांट दिए गए हैं।
इसलिए लिया गया फैसला
जानकारी के मुताबिक, हाल ही में मुरादाबाद जिले में पुलिस विभाग के टीआई के द्वारा अवैध वसूली के चलते बड़ा हादसा हो गया था। इस हादसे के बाद यातायात विभाग की बड़ी किरकिरी हो रही है। हादसे में एक सिपाही समेत चार लोगों की जान गई जबकि 19 घायल हुए। जिसके बाद अब विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए तकनीकी का सहारा लिया जा रहा है।
बता दें कि यातायात विभाग के भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए चौराहे पर खड़े टीएसआइ के साथ ही हेड कांस्टेबल को बॉडी वार्न कैमरा लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। इन कैमरों से पुलिस के भ्रष्टाचार पर लगाम लगने के साथ ही उनके साथ होने वाली अभद्रता पर भी लगाम लगेगी। यातायात पुलिस को अभी दस कैमरे दिए गए हैं। इन कैमरों का प्रयोग दस बड़े चौराहों पर किया जाएगा।
अफसरों ने कहा ये
मामले में अफसरों का कहना है कि अक्सर मुरादाबाद में यातायात विभाग के पुलिस अफसरों से नोकझोंक के मामले सामने आते रहते हैं। ऐसे में अगर कोई चौराहे पर पुलिस कर्मी से अभद्रता या रिश्वत देने की पेशकश करता है, तो वह भी बॉडी वार्न कैमरे में कैद हो जाएंगे। इससे अवैध वसूली पर लगान कसेगी। इसके साथ ही हर छोटी बड़ी घटना पर अफसरों की नजर रहेगी।
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