नरेंद्र मोदी बुधवार को बतौर प्रधानमंत्री पहली बार अयोध्या जिले का दौरा करेंगे. हालांकि, वह हनुमानगढ़ी मंदिर या अस्थायी राम मंदिर नहीं जाएंगे. यह मसला स्थानीय लोगों के लिए हैरानी की वजह बन गया है और वे सवाल कर रहे हैं, अयोध्या से मोदी की दूरी क्यों? अयोध्या मंदिर रैली स्थल से दूर नहीं है. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी तक हनुमानगढ़ी मंदिर में दर्शन करने आए थे. हमें लगता है कि मोदी सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद ही अयोध्या के राम मंदिर में आना चाहते हैं.
पीएम मोदी आज अयोध्या में गोसाईगंज के मया बाज़ार में रैली को संबोधित करेंगे. गोसाईंगंज से रामलला की दूरी करीब 27 किलोमीटर है. हालांकि ये साफ नहीं है कि प्रधानमंत्री मोदी रामलला के दर्शन करने जाएंगे या नहीं लेकिन ये जरूर है कि आने वाले 3 चरणों में यूपी की बाकी बची सीटों में बाज़ी अब रामलला की देहरी से ही लड़ी जाएगी.
दरअसल, अयोध्या में प्रधानमंत्री मोदी उस वक्त आ रहे हैं, जब अवध और पूर्वांचल में वोटिंग का वक्त करीब है। 6 मई को अयोध्या की फैजाबाद सीट पर वोटिंग हैं, इसके बाद 12 मई को अम्बेडकरनगर में वोट पड़ेंगे. माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री अगर अयोध्या में राम मंदिर का जिक्र करते हैं तो यूपी की बाज़ी को राम लहर का आसमान मिल सकता है. इसका असर 200 किलोमीटर के दायरे में आने वाली सीटों पर पड़ना तय है.
ऐसा माना जा रहा है कि पीएम मोदी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही अयोध्या आना चाहते हैं क्योंकि देश में लोकसभा का चुनाव हो रहा है और उनका प्रत्याशियों के लिए रैली करना पार्टी ने तय किया है. ऐसे में फैजाबाद और अंबेडकरनगर की सीमा पर होने वाली रैली को भी वह मना नहीं कर सके.
पीएम मोदी की रैली अंबेडकरनगर और फैजाबाद बोर्डर पर तय हुई है. पीएम मोदी की रैली स्थल दोनों संसदीय क्षेत्रों को ध्यान में रखते हुए तय की गई है. पीएम मोदी की रैली स्थल से राम जन्मभूमि से ज्यादा दूर भी नहीं है. राहुल गांधी साल 2017 में यूपी विधानसभा के दौरान अयोध्या आए थे और हनुमानगढ़ी भी गए थे. प्रियंका गांधी भी इस महीने के शुरुआत में ही अयोध्या आईं थीं. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने भी श्रीरामलला से दूरी बनाई थी. इसको लेकर तर्क यह दिया गया था क्योंकि मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है इसलिए वह अस्थाई राम मंदिर में नहीं जाएंगे.
बता दें कि 2014 में बीजेपी के लल्लू सिंह को यहां 2 लाख 82 हजार 775 वोटों से जीत मिली थी. अयोध्या में 84 फीसदी हिंदू हैं जबकि मुस्लिम वोटर्स 14 फीसदी हैं.
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