कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सीपी जोशी नेे प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी की सीनियर नेता उमा भारती पर जातिवादी टिप्पणी की है. उनके इस बयान के बाद बवाल मच गया है. पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी जोशी ने राजस्थान के नाथद्वारा में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ब्राह्मण ही धर्म के बारे में बोल सकता है.
जोशी ने पीएम मोदी और केंद्रीय मंत्री उमा भारती की जाति पर सवाल खड़े करते हुए लोगों से कहा कि, “क्या आपको पता है कि उमा भारती और पीएम मोदी किस जाति के हैं?” साध्वी ऋतंभरा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वह किस जाति की हैं, यह लोग धर्म के बारे में क्या जानते हैं.
सीपी जोशी के इस बयान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को डैमेज कंट्रोल करने के लिए आगे आना पड़ा. राहुल ने सफाई दी कि सीपी जोशी का बयान कांग्रेस पार्टी के आदर्शों के विपरीत है. राहुल ने ट्वीट किया, “सीपी जोशी जी का बयान कांग्रेस पार्टी के आदर्शों के विपरीत है. पार्टी के नेता ऐसा कोई बयान न दें जिससे समाज के किसी भी वर्ग को दुःख पहुंचे. कांग्रेस के सिद्धांतों, कार्यकर्ताओं की भावना का आदर करते हुए जोशीजी को जरूर गलती का अहसास होगा. उन्हें अपने बयान पर खेद प्रकट करना चाहिए.”
राहुल के इस ट्वीट के बाद सीपी जोशी ने भी ट्वीट करते हुए अपने बयान पर खेद जताया. उन्होंने लिखा, “कांग्रेस के सिद्धांतों एवं कार्यकर्ताओं की भावनाओं का सम्मान करते हुए मेरे कथन से समाज के किसी वर्ग को ठेस पहुंची हो तो मैं उसके लिए खेद प्रकट करता हूं.”
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