उत्तर प्रदेश के जालसाज और 66 हजार करोड़ की ठगी में मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत वांछित मेसर्स शाइन सिटी (Sine City) और इसकी सहायक कंपनियों के निदेशक राशिद नसीम (Rashid Naseem) को जल्द दुबई से भारत लाया जाएगा। ईडी ने राशिद नसीम के प्रत्यर्पण की कार्रवाई शुरू कर दी है। ईडी के विशेष जज संजय शंकर पांडेय ने राशिद नसीम के खिलाफ तब तक के गिरफ्तारी वारंट जारी किया है, जब तक कि यह गिरफ्तार न हो जाए।
राशिद नसीम के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस
इसके साथ ही ईडी राशिद नसीम के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराने की प्रक्रिया में भी जुट गई है। मेसर्स शाइन सिटी डेवलपर्स, मेसर्स शाइन सिटी बिल्डर्स, मेसस शाइन सिटी इरेक्टर व मेसर्स शाइन सिटी इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों के निदेशक राशिद नसीम के खिलाफ ठगी के अब तक 412 एफआइआर दर्ज हुए हैं।
वह साल भर में रकम दोगुना करने का झांसा देकर लोगों का पैसा अपनी कंपनियों मे निवेश कराता था। साथ ही अपनी कंपनी के जरिए लोगों से यह कहकर जमीन बेचता था कि साल भर बाद उस जमीन को दोगुने दाम पर उसकी कंपनी वापस खरीद लेगी।
नेपाल के रास्ते दुबई भाग गया राशिद नसीम
जनवरी, 2021 में ईडी ने इस मामले में मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत शिकायत दर्ज कर जांच शुरू की। ईडी ने जांच के दौरान राशिद नसीम को कई दफा समन जारी किया, लेकिन वह उपस्थित नहीं हुआ। बता दें कि वह नेपाल के रास्ते दुबई भाग गया है। ईडी की इस जांच के दौरान हाईकोर्ट ने भी इस मामले का संज्ञान लिया।
हाईकोर्ट ने इस मामले में ईडी और यूपी पुलिस की (इकोनामिक्स ऑफेंस विंग) व भारत सरकार की सीरियस फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन आफिस (एसएफआईओ) की एक कमेटी गठित की। यह कमेटी इस मामले की जांच कर अभियुक्त राशिद नसीम को भारत लाने का काम करेगी।
वहीं, ईडी की जांच में अभी तक राशिद नसीम की 105 करोड़ की अचल संपत्ति का खुलासा हुआ है। इसमें 36 करोड़ की संपत्ति जब्त भी हो चुकी है। ये संपत्तियां लखनऊ, प्रयागराज, कानपुर, रायबरेली, फतेहपुर, जालौन, मिर्जापुर व गोरखपुर के अलावा भारत के अन्य इलाकों में हैं।
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