“राजा मर्डर केस” एक ऐसी कहानी है, जिसमें प्यार, धोखा, और कत्ल सब कुछ एक साथ सामने आता जा है। इंदौर में 11 मई को राजा (Raja Raghuwanshi) और सोनम (Sonam Raghuwanshi) की शादी हुई, लेकिन यह शादी असल में एक खूनी साजिश की शुरुआत थी। सोनम ने राजा से सिर्फ इसलिए शादी की ताकि वह अपनी कुंडली का मांगलिक दोष दूर कर सके असली इरादा था राजा को मारकर अपने प्रेमी राज कुशवाहा से शादी करना। शादी के ठीक 9 दिन बाद दोनों हनीमून पर मेघालय रवाना हुए, लेकिन ये हनीमून असल में एक ‘हॉरर हनीमून’ साबित हुआ। वहां सोनम ने राजा की हत्या की पूरी साजिश को अंजाम दिया। सुपारी किलर पहले से मौजूद थे, हथियार खरीदे जा चुके थे, और सोनम लगातार अपने प्रेमी से संपर्क में थी। नीचे दिए गए पॉइंट्स में समझे की, कैसे हनीमून की आड़ में एक निर्दोष पति की हत्या हुई, और कैसे सोनम और हत्यारों को कानून के शिकंजे में लिया गया।
शादी और हनीमून की योजना
- राजा और सोनम रघुवंशी की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी।
- 20 मई को दोनों हनीमून पर मेघालय रवाना हुए।
- सोनम ने ससुराल न जाकर सीधे एयरपोर्ट से राजा को जॉइन किया।
- यह शादी सोनम ने केवल मांगलिक दोष हटाने के लिए की थी ताकि राजा की मृत्यु के बाद अपने प्रेमी राज कुशवाहा से शादी कर सके।
हनीमून की आड़ में साजिश
- शिलांग पहुंचने के बावजूद सोनम और राजा ने कोई तस्वीर नहीं ली और न सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट किया।
- हत्या के बाद सोनम ने राजा के अकाउंट से खुद पोस्ट किया, जिससे पुलिस को शक हुआ।
सोनम की गतिविधियाँ
- 25 मई को सोनम इंदौर पहुंची और राज कुशवाहा से मिली।
- इसके बाद वह उत्तर प्रदेश रवाना हुई और लगातार राज से संपर्क में बनी रही।
- 3-4 जून को पुलिस को सोनम की हत्या में संलिप्तता के संकेत मिले।
सबूत और CCTV फुटेज
- पुलिस को 42 CCTV फुटेज मिले, जिनमें स्कूटी और होटल मूवमेंट कैद था।
- हत्या का हथियार गुवाहाटी से खरीदा गया था।
- घटनास्थल पर आकाश की खून से सनी शर्ट और सोनम का रेनकोट मिला – जिसे जानबूझकर दूर फेंका गया था।
हत्या की पूर्व योजना
- सोनम वारदात से करीब 10 किमी पहले देखी गई थी।
- गवाहों के अनुसार, उसने कहा था मार दो इसको।
- हत्या के बाद सभी 11 किमी दूर जाकर मिले और 23 मई को सोनम ट्रेन से गुवाहाटी से इंदौर लौटी।
सबूत मिटाने की कोशिश
- सोनम ने दोनों के मोबाइल तोड़ दिए।
- फिर वह अकेली गुवाहाटी से वाराणसी होते हुए गाजीपुर पहुँची।
- नेपाल भागने की फिराक में थी सोनम ।
- इस दौरान पुलिस को हत्या की महत्वपूर्ण जानकारी मिली।
सुपारी किलर्स की भूमिका
- तीन सुपारी किलर पहले से गुवाहाटी में मौजूद थे।
- उन्होंने ऑनलाइन कुल्हाड़ी मंगवाई और उसी से हत्या की।
- सोनम ने अपनी लोकेशन शेयर की और किलर्स पास के होमस्टे में रुके थे।
हत्या की घटना
- सोनम ने थकान का बहाना बनाकर पीछे चलना शुरू किया।
- किलर्स राजा के साथ आगे चल रहे थे।
- जब किलर्स ने मना किया तो सोनम ने राजा के पर्स से ₹15,000 निकालकर दिए और कहा – “मारना तो पड़ेगा, 20 लाख और दूंगी”।
हत्या का अंजाम
- विशाल चौहान ने राजा के सिर पर कुल्हाड़ी से वार किया।
- सोनम ने कहा – “HIT HIM”।
- आकाश बाइक से निगरानी कर रहा था, आनंद ने भी हमला किया।
- राजा जिंदा था जब सोनम ने खुद उसे खाई में धक्का दिया।
तकनीकी जांच और CDR
- CCTV में सोनम को चैट करते देखा गया।
- कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) से राज और सोनम के सैकड़ों कॉल्स सामने आए।
- मोबाइल लोकेशन से तीनों किलर्स की पहचान हुई – सभी घटनास्थल के पास मौजूद थे।
पुलिस कार्रवाई
- साइबर एक्सपर्ट ने सोनम का पेटीएम अकाउंट राज कुशवाहा से लिंक पाया।
- शिलांग क्राइम ब्रांच की टीम इंदौर पहुंची।
- DCP राजेश त्रिपाठी की टीम ने छापेमारी शुरू की।
गिरफ्तारी अभियान
- पुलिस ने सादे कपड़ों में रेकी की।
- रात 1 बजे राज और विशाल को इंदौर से पकड़ा गया।
- आकाश को ललितपुर से और आनंद को बीना से गिरफ्तार किया गया।
- सोनम गाजीपुर में थी और नेपाल भागने की योजना बना रही थी।
सोनम का सरेंडर
- राज की गिरफ्तारी की खबर सुनकर सोनम का संयम टूटा।
- वह गाजीपुर-वाराणसी फोरलेन पर काशी चाय जायका ढाबे पर पहुँची।
- ढाबा मालिक से फोन लेकर उसने अपने भाई गोविंद को फोन किया और रोने लगी।
- भाई के कहने पर सोनम ने ढाबे पर ही पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
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