Run For Unity: लखनऊ में पटेल जयंती पर एकता दौड़ को CM और रक्षामंत्री ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

भारत की एकता व अखंडता के शिल्पकार सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर आयोजित रन फॉर यूनिटी (Run For Unity) कार्यक्रम में राजधानी लखनऊ के पटेल स्मारक हजरतगंज से केडी सिंह स्टेडियम तक एकता दौड़ हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने रैली रवाना किया। एकता दौड़ में एनसीसी कैडेट, छात्र, वरिष्ठ नागरिक, युवा, महिलाएं शामिल हुए।

हमें नेशन फर्स्ट के साथ जुड़ना चाहिए

एकता दौड़ को रवाना करते हुए सीएम योगी ने कहा कि 1947 में जब देश आजाद हुआ था तो स्वतंत्र भारत में अलग-अलग रियासतों को भारत गणराज्य का हिस्सा बनाने में पटेल ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। तत्कालीन समय में उनके योगदान को वह सम्मान नहीं मिला। वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पटेल को सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए राष्ट्रीय एकता दिवस शुरू किया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज राष्ट्रीय एकता दौड़ पर हम सभी को किसी भी वाद से ऊपर उठकर नेशन फर्स्ट के साथ जुड़ना चाहिए। एकता रैली को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रथम गृहमंत्री सरदार पटेल की जयंती पर आज एकता दौड़ किया जा रहा है। आज के दिन हमें उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों को भी स्मरण करना चाहिए जिन्होंने आजादी की लड़ाई में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

सरदार पटेल की वजह से भारत एक हो पाया

उन्होंने कहा कि 562 रियासतों में बंटा भारत आजाद हुआ था,पहले गृह मंत्री सरदार पटेल ने जो भूमिका निभाई थी उसे भारत एक हो पाया।उनके कूटनीति और रणनीति का परिणाम ही रहा कि निजामगढ़, जूनागढ़, हैदराबाद सहित सभी रियासतें भारत का हिस्सा बन पाए। जम्मू कश्मीर की जिम्मेदारी भी सरदार पटेल को मिली होती तो 370 की समस्या नहीं होती। सरदार पटेल नहीं होते तो आप कल्पना कर सकते थे जूनागढ़ और हैदराबाद जाने के लिए भारतीयों को वीजा लेना पड़ता।

रक्षा मंत्री ने कहा कि कुछ कारण से उनकी भूमिका को सामने नहीं आने दिया गया। सरदार पटेल ने देश का केवल एकीकरण ही नहीं किया स्टील फ्रेम सिविल सेवा का भी उन्होंने ही निर्माण किया। सरदार पटेल का योगदान महत्वपूर्ण है उनके प्रति कृतज्ञता करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में 182 फीट का स्टैचू ऑफ यूनिटी के नाम से उनके प्रतिमा का निर्माण कराया। यह स्थल आज एक पर्यटन स्थल भी है।

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