समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने चाचा शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) को लेकर बड़ा कदम उठाया है। सपा अध्यक्ष ने 19 सितंबर से शुरू होने जा रहे विधानमंडल के मानसून सत्र (Monsoon Session) में चाचा शिवपाल सिंह यादव के लिए आगे की सीट मांगी है।
सपा चीफ अखिलेश यादव के इस कदम को डैमेज कंट्रोल के तौर पर देखा जा रहा है। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को पत्र लिखकर वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव के लिए विधानसभा में अग्रिम पंक्ति की सीट आरक्षित करने का अनुरोध किया है। शिवपाल यादव चाहते हैं कि विधानसभा में उनको बैठने के लिये पहली पंक्ति में जगह मिले। समाजवादी पार्टी ने भी उनकी मांग का समर्थन करते हुए विधानसभा अध्यक्ष से यह मांग मानने का आग्रह किया है।
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बताया जा रहा है कि उन्होंने वरिष्ठता के आधार पर स्थान दिए जाने की मांग की है। वह सदन के सबसे वरिष्ठ सदस्यों में से एक हैं। विधानसभा में सपा सदस्यों ने विभिन्न कारणों से अपनी सीटे बदल दी हैं। कुछ वरिष्ठ सदस्यों को अब आगे की सीटें दी गई हैं। शिवपाल सिंह यादव ने भी अपनी सीट बदलने का अनुरोध किया है।
सूत्रों के मुताबिक, इकबाल महमूद व महबूब अली अगल बगल की सीट दी गई है। इसी तरह इरफान सोलंकी व उनके मित्र विधायक को साथ बैठने के लिए पहले से तय सीट बदल दी गईं हैं। स्थूल काया वाले दो सदस्यों को अब डेस्क वाली सीट दी गई है। वरिष्ठ सदस्य दुर्गा यादव व आलम बदी को आगे की सीट दी गई है। दिलचस्प बात यह कि युवा सदस्य संग्राम सिंह व आशु मलिक को आगे की सीट आवंटित कर दी गई हैं।
वहीं, अखिलेश यादव की इस मांग के बाद से ही सियासी संभावनाओं ने तूल पकड़ लिया है। राजनितिक विषेशज्ञों का मनना है कि 2024 के लोकसभा चुनाव के लिहाज से अखिलेश ने चाचा शिवपाल से बनी दूरियों को कम करने और रिश्तों को लेकर डैमेज कंट्रोल करने के लिए ऐसा फैसला लिया। यह भी माना जा रहा है कि चाचा शिवपाल की इज्जत बढ़ाने के लिए भतीजे अखिलेश ने यह बड़ी पहल की है।
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