मैनपुरी उपचुनाव बना समाजवादी पार्टी की नाक का सवाल, चाचा शिवपाल को साधने में लगे अखिलेश-डिंपल, घर जाकर की मुलाकात

सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई मैनपुरी सीट उनके बेटे अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के लिए अब नाक का सवाल बन गई है। यही वजह है कि वह सारे गिले शिकवे भुला कर एक बार फिर गुरुवार को अपने चाचा शिवपाल से मिलने उनके घर पहुंचे। अखिलेश यादव और डिंपल यादव (Dimple Yadav) ने प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) से उनके आवास पर मुलाकात। सूत्रों के मुताबिक, दोनों के बीच मैनपुरी उपचुनाव को लेकर चर्चा हुई। चाचा भतीजे की तकरीबन 45 मिनट मुलाकात हुई है।

इसके बाद अखिलेश ने अपनी पत्नी डिंपल, शिवपाल और आदित्य यादव के साथ एक तस्वीर ट्वीट की और लिखा कि नेता जी और घर के बड़ों के साथ-साथ मैनपुरी की जनता का भी आशीर्वाद साथ है। अखिलेश यादव के साथ मैनपुरी लोकसभा उप चुनाव के लिए सपा की प्रत्याशी डिंपल यादव और पूर्व सांसद धर्मेन्द्र यादव भी शिवपाल सिंह यादव से मिलने उनके आवास पर पहुंचे थे। इस दौरान परिवार के सदस्यों के अलावा किसी को भी घर में प्रवेश नहीं मिला।

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माना जा रहा है मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव को लेकर शिवपाल सिंह यादव के साथ कई मुद्दों पर वार्ता करने को लेकर अखिलेश यादव, डिंपल यादव तथा धर्मेन्द्र यादव उनसे मिलने पहुंचे थे। डिंपल ने चाची सरला यादव से भी मुलाकात की। इन सभी के शिवपाल के आवास पर आगमन की सूचना पर मीडिया का भी जमावड़ा लग गया। इस दौरान शिवपाल सिंह यादव के आवास से परिवार के सदस्यों के अलावा सुरक्षा के जवान एवं निजी पीएसओ भी बाहर निकाले गए थे।

इसके बाद अखिलेश यादव एवं डिंपल यादव एक साथ गाड़ी में बैठकर बाहर निकले। मैनपुरी को समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है और इस सीट को बचाने के लिए पार्टी ने पूर्व सांसद डिंपल यादव को चुनाव के मैदान में उतारा है। उनके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने सपा से दो बार लोकसभा सदस्य रहे रघुराज सिंह शाक्य को मैदान में उतारा है।

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बुधवार को शिवपाल ने जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की थी। सैफई के एक विद्यालय में दो घंटे की बैठक के बाद शिवपाल मीडिया के सामने ही नहीं आए। बाहर निकले कार्यकर्ताओं ने बताया कि शिवपाल ने डिंपल को जिताने के लिए कहा है। शिवपाल के नामांकन से दूर रहने के बाद अखिलेश मौके की नजाकत को समझते हुए उन्होंने मुलाकात की है।

सपा मुखिया अखिलेश यादव मैनपुरी लोकसभा के उप चुनाव में हर मोर्चे को बेहद मजबूत बनाने में लगे हैं। लम्बे समय से इटावा के साथ मैनपुरी में ही डटे अखिलेश यादव को भी पता है कि मैनपुरी के इस चुनाव में बिना शिवपाल सिंह यादव को अपने साथ रखे, उनकी पत्नी डिंपल की रात आसान नहीं होगी।

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