हापुड़: स्वाइन फ्लू की चपेट में आए दारोगा की इलाज के दौरान मौत, विभाग में शोक की लहर

 

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में रहने वाले एक दारोगा का स्वाइन फ्लू से निधन हो गया। सात अक्टूबर से दारोगा का जिला मेरठ के एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा था। दारोगा की मौत के बाद स्वजन और पुलिस विभाग के अधिकारियों समेत अन्य पुलिसकर्मियों में शोक की लहर दौड़ गई। दारोगा के पार्थिव शव को उनके पैतृक निवास पर ले जाया गया। जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया। दारोगा के निधन से उनकी पत्नी का रो रो कर बुरा हाल है।

अक्टूबर की शुरुआत में बिगड़ी तबीयत

जानकारी के मुताबिक, मुजफ्फरनगर के थाना खतौली के दुर्गापुरी के रहने वाले जयपाल सिंह और उनकी पत्नी धनपाली के दो पुत्रों में दारोगा राकेश मावी (38) सबसे छोटे थे। वर्ष 2015 में परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद राकेश मावी उत्तर प्रदेश पुलिस में बतौर दारोगा भर्ती हुए थे। प्रशिक्षण के बाद वर्ष 2017 में जिला मुरादाबाद में दारोगा के पद पर उनकी पहली पोस्टिंग हुई थी। वर्ष 2020 में उनका तबादला जिला हापुड़ में हुआ था। एक माह पहले उनका स्थानांतरण थाना कपूरपुर क्षेत्र में हुआ था।

बीते एक अक्टूबर को बुखार आने के कारण उनकी तबीयत खराब हो गई थी। कर्तव्यनिष्ठा के चलते वह चिकित्सक से उपचार कराकर निरंतर ड्यूटी करते रहे। जिसके बाद बीते अक्टूबर को अचानक दारोगा की तबीयत बिगड़ गई। जिसके चलते उन्हें जिला मेरठ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। मगर उपचार के दौरान उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ। चिकित्सकों ने दारोगा के स्वाइन फ्लू की चपेट में आने की पुष्टि की थी। जहां छोटी दीवाली के दिन उनका निधन हो गया।

गम में बदली खुशियां

दारोगा की मौत के सदमे से पूरा परिवार आंसु बहा रहा है। त्योहार की खुशियां गम में बदल गई हैं। दिनेश मावी ने बताया कि मौत के बाद से भाई की पत्नी बृजेश मावी की रो-रोकर बुरा हाल है। उन्हें संभालना बेहद ही मुश्किल हो रहा है। ज्यादा रोने की वजह से वो बार बार बेहोश हो रहीं हैं।

ऐसे करें स्‍वाइन फ्लू से बचाव

हर साल फ्लू का टिका लगवाया जाए।

बार-बार साबुन और हैंड सैनिटा‍इजर से हाथ धोना।

गंदे हाथों से नाक, मुंह और आंखों को न छुएं।

बुखार, खांसी और जुकाम होने पर स्‍कूल और ऑफिस न जाएं। स्‍वाइन फ्लू से बचने के लिए भीड़ वाली जगहों पर न जाएं।

बाहर का खाना खाने से बचें।

कोई भी सामान खरीदने के बाद हाथों को सैनिटाइज करना न भूलें।

खांसी या जुकाम होने पर दूसरों के संपर्क में न आएं इससे इन्‍फेक्‍शन फैल सकता है।

स्‍वाइन फ्लू के लक्षण–

ठंड लगना, बुखार, खांसी, गले में दर्द, बंद और बहती नाक, बॉडी पेन,  चक्‍कर, डायरिया, उल्‍टी

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