आम आदमी पार्टी के विधायकों की लाभ के पद मामले में सदस्यता रद्द कराने वाले और सुप्रीम कोर्ट के मशहूर वकील प्रशांत पटेल ने आतंकियों के देवबंद कनेक्शन को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए सरकार से इस विषय पर गंभीरतापूर्वक विचार करने का आग्रह किया है.
मंगलवार को प्रशांत पटेल ने दारुल उलूम देवबंद को लेकर एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा “इस्लामिक जिहाद का सबसे मजबूत पाठ दारुल उलूम देवबंद पढ़ाता है. हाफिज सईद हो या मौलाना मसूद अजहर, ये सब देवबंदी विचारधारा की पैदाइश हैं. अगर सरकार सचमुच आतंकवाद के प्रति गंभीर है तो उसे दारुल उलूम देवबंद,सहारनपुर के बारे में गंभीरता से सोंचना होगा”.
हाल फिलहाल की आतंकी गतिविधियों पर नजर डालें तो प्रशांत की चिंता एकदम जायज है. मंगलवार को सहारनपुर के देवबंद से गिरफ्तार किये गए जैश आतंकी शाहनवाज और आकिब ने पूछताछ में आतंक के देवबंद कनेक्शन को लेकर बड़ा खुलासा किया है. जिसके मुताबिक़ हिंदुस्तान को दहलाने के लिए दारुल उलूम देवबंद के 2 छात्र फिदायीन हमले के लिए तैयार थे. गिरफ्तार आतंकियों के अलावा 12 और युवक इनसे जुड़े थे जिसमें 5 यूपी और 7 जम्मू कश्मीर के थे.
मालूम हो कि यूपी एटीएस ने पिछली 22 फरवरी को देवबंद में बिना दाखिला लिए छात्र बनकर रह रहे शाहनवाज और आकिब को गिरफ्तार किया था. इनमें से शाहनवाज जम्मू-कश्मीर के कुलगाम का रहने वाला है. वहीं, आकिब पुलवामा का निवासी है. दोनों पर आरोप है कि वे जैश-ए-मोहम्मद के सक्रिय सदस्य हैं और देवबंद में रहकर जैश में भर्ती के लिए नौजवानों की तलाश कर रहे थे. इनमें से शाहनवाज हैंड ग्रेनेड बनाने और उन्हें चलाने का माहिर बताया जाता है.
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