सुशांत सिंह राजपूत: 11 इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम किए थे क्लीयर, इस वजह से छोड़ी पढ़ाई, यूं तय किया बैकग्राउंड डांसर से स्टार बनने का सफर

आज रविवार का दिन एक बेहद बुरी खबर लेकर आया. कई उम्दा फिल्मों में अभिनय कर चुके सुशांत सिह राजपूत (Sushant Singh Rajput) ने पंखे से लटकर आत्महत्या कर ली. फिलहाल आत्महत्या के पीछे की वजह डिप्रेशन बताई जा रही है. वह पूर्णिया जिले के बड़हरा कोठी के मलडीहा गांव के निवासी थे. उनकी मां की मृत्यु 2002 में हो गई थी. इसी साल सुशांत सिंह राजपूत की फैमिली पटना छोड़कर दिल्ली (Delhi) शिफ्ट हो गयी थी. पटना के सेंट करेंस हाईस्कूल से पढ़ाई करने वाले सुशांत सिंह राजपूत ने आगे की पढ़ाई कुलाची हंसराज मॉडल स्कूल नई दिल्ली से की है. उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई को छोड़कर एक्टिंग के करियर को चुना था. लेकिन ऐसा नहीं था कि वे पढ़ाई में औसत थे.


11 इंजीयरिंग एंट्रेंस एग्जाम किए क्‍लीयर

सुशांत सिंह राजपूत ने दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम 2003 में 7वीं रैंक हासिल की थी. इसके बाद सुशांत सिंह ने दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (अब दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी) से मेकैनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू की लेकिन कोर्स के तीसरे साल उन्होंने पढ़ाई छोड़कर एक्टिंग शुरू कर दी. वे फिजिक्स में नेशनल ओलंपियाड विनर भी थे. आईएसएम धनबाद सहित उन्होंने करीब 11 इंजीनियरिंग परीक्षाएं पास की थीं, जिनमें एक इंडियन स्कूल ऑफ माइन्स का एंट्रेंस एग्‍जाम भी था.


एक्टिंग का ख्वाब पूरा करने को छोड़ दी पढ़ाई

सुशांत अपने कॉलेज दिनों में ही थिएटर और डांस पर ध्यान देने लग गए थे. इस कारण पढ़ाई का वक्त नहीं मिल पा रहा था. यही वजह रही कि उन्‍होंने दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग तीन साल पढ़ाई पूरी करने बाद चौथे वर्ष में अंततः छोड़ दी और पूरा ध्यान डांसिंग और एक्टिंग पर ही लगा दिया. उन्होंने अपने एक्टिंग के ख्वाब को पूरा करने के बारे में सोचा और पढ़ाई छोड़कर मुंबई चले आए. सुशांत कॉलेज के दौरान ही शियामक डावर डांस क्लासेस में शामिल हो चुके थे. उसके बाद उन्होंने बेरी जॉन ड्रामा क्लासेज में भी हिस्सा लिया. कुछ समय बाद ही वह शियामक डावर के डांस ट्रूप में शामिल हो गए औ 2005 में वे 51वें फिल्मफेयर अवार्ड में बैकग्राउंड डांसर के तौर पर दिखे.


सुशांत सिंह राजपूत ने नादिरा बब्बर के थिएटर ग्रुप को जॉइन कर लिया, वह ढाई साल तक उसका हिस्सा रहे. इस दौरान वह कई विज्ञापनों में नजर आए. फिर प्ले करने के दौरान बालाजी टेलीफिल्म्स के लोगों ने उन्हें देखा और ‘किस देश में हैं मेरा दिल (2008)’ सीरियल के लिए सिलेक्ट कर लिया. लेकिन 2009 में उन्हें ‘पवित्र रिश्ता’ में  मानव देशमुख के किरदार ने सभी का चहेता बना दिया. 


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