Karwachauth 2022: आज है करवाचौथ, जानें आपके शहर में कब निकलेगा चांद और पूजा का शुभ मुहूर्त

 

आज के दिन का इंतजार हर सुहागिन महिला को साल भर होता है। आज करवाचौथ का दिन है। जब सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के साथ साथ उनकी सुख समृद्धि के लिए 16 श्रृंगार करके पूरे दिन निर्जला व्रत रखती हैं। शाम को माता करवा की पूजा और कथा सुनती हैं फिर रात को चांद के निकलने पर अर्ध्य देते हुए पति के हाथों से पानी पीकर व्रत तोड़ती हैं। आइए जानते हैं करवा चौथ व्रत का महत्व, पूजा विधि, शुभ मुहुर्त और चांद के निकलने का समय आदि के बारे में सबकुछ…

पूजा का महत्व और कथा

ऐसी मान्यता है कि करवाचौथ का व्रत करने से पति के जीवन में किसी भी प्रकार का कष्ट नहीं आता है। साथ ही पति को लंबी आयु की प्राप्ति होती है। करवाचौथ के व्रत में शिव, पार्वती, कार्तिकेय, गणेश और चंद्रमा के पूजन करने का विधान है।

बताया कि महाभारत से संबंधित पौरणिक कथा के अनुसार, पांडव पुत्र अर्जुन तपस्या करने नीलगिरी पर्वत जाते हैं। दूसरी ओर बाकी पांडवों पर कई प्रकार के संकट पड़ते हैं। द्रौपदी भगवान श्रीकृष्ण से उपाय पूछती हैं। तब श्रीकृष्ण कहते हैं कि यदि वह कर्तिक कृष्ण चतुर्थी के दिन करवाचौथ का व्रत करें तो इन सभी संकटों से मुक्ति मिल सकती है। द्रौपदी विधि-विधान सहित करवाचौथ का व्रत रखती है। इससे उनके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।

करवा चौथ 2022: तिथि और शुभ मुहूर्त

तिथि: चतुर्थी
पक्ष: कृष्ण पक्ष
माह: कार्तिक
दिन: गुरुवार
करवा चौथ पूजा मुहूर्त: 13 अक्टूबर, 2022 की शाम 05 बजकर 54 मिनट से 07 बजकर 03 मिनट तक
अवधि: 1 घंटा 09 मिनट
चंद्रोदय: 13 अक्टूबर, 2022 की शाम 08 बजकर 09 मिनट पर

करवा चौथ 2022 शुभ योग और ग्रहों की स्थिति

इस वर्ष करवा चौथ का त्योहार बहुत ही शुभ योग और कई ग्रहों के शुभ संयोग में मनाया जाएगा। 13 अक्तूबर, गुरुवार को करवा चौथ है। इस दिन गुरुवार रहेगा और सभी ग्रहों में सबसे ज्यादा शुभ फल देने वाले गुरु ग्रह अपनी स्वयं की राशि में रहेंगे। ज्योतिष शास्त्र के जानकारों के मुताबिक ऐसा संयोग 46 वर्षों के बाद बन रहा है। इस तरह के इस बार करवा चौथ पर गुरु का प्रभाव सबसे ज्यादा रहेगा। यह संयोग सुख-समृद्धि और वैभव में वृद्धि करने वाला होगा। इसी के साथ सुहागिन महिलाओं के अखंड सौभाग्य और सुख-सुविधा के लिए शुभ फलदायी रहने वाला है। इसके अलावा करवा चौथ पर चंद्रमा और बुध ग्रह उच्च राशि में विराजमान होंगे। गुरु-शनि भी अपनी राशि में जबकि मंगल स्वयं के नक्षत्र में होंगे। बुधादित्य और महालक्ष्मी योग करवा चौथ की पूजा को सफल और मंगलकारी बनाएंगे।

करवा चौथ पर चांद निकलने का समय

शहर          समय

दिल्ली 8 बजकर 09 मिनट पर
नोएडा 8 बजकर 08 मिनट पर
मुंबई 8 बजकर 48 मिनट पर
जयपुर 8 बजकर 18 मिनट पर
देहरादून 8 बजकर 02 मिनट पर
लखनऊ 7 बजकर 59 मिनट पर
शिमला 8 बजकर 03 मिनट पर
गांधीनगर 8 बजकर 51 मिनट पर
इंदौर 8 बजकर 27 मिनट पर
भोपाल 8 बजकर 21 मिनट पर
अहमदाबाद 8 बजकर 41 मिनट पर
कोलकाता 7 बजकर 37 मिनट पर
पटना 7 बजकर 44 मिनट पर
प्रयागराज 7 बजकर 57 मिनट पर
कानपुर 8 बजकर 02 मिनट पर
चंडीगढ़ 8 बजकर 06 मिनट पर
लुधियाना 8 बजकर 10 मिनट पर
जम्मू 8 बजकर 08 मिनट पर
बंगलूरू 8 बजकर 40 मिनट पर
गुरुग्राम 8 बजकर 21 मिनट पर
असम 7 बजकर 11 मिनट पर

करवा चौथ की पूजा कैसे करें

करवा चौथ वाले दिन महिलाएं ब्रह्म मुहूर्त में स्नान आदि कर सास या जेठानी के जरिए दी सरगी का सेवन करें।

सूर्योदय से पूर्व ही सरगी का सेवन किया जाता है इसलिए समय का ध्यान रखें। फिर निर्जल व्रत का संकल्प लें।

दिनभर में पूजा की पूरी तैयारी कर लें। करवा चौथ व्रत में दिन में सोना वर्जित है, ऐसे में अपना पूरा समय भगवान की भक्ति में लगाएं।

शाम को सोलह श्रृंगार कर शुभ मुहूर्त में पूरे विधि विधान से शिव परिवार और करवा माता की पूजा करें फिर व्रत की कथा सुनें।

चंद्रोदय के समय उत्तर पश्चिम दिशा में मुख कर चंद्रमा की पूजा करें। करवे से अर्घ्य दें और फिर छलनी से चांद को देखने के बाद पति को देखें।

अब दूसरे करवे से पहले पति को पानी पिलाएं और फिर पति के हाथ से उसी करवे से जल पीएं। इस तरह करवा चौथ की पूजा पूर्ण होती है।

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