राजस्थान के उदयपुर (Udaipur) में दर्जी कन्हैया लाल की बेरहमी से हत्या कर दी गई। इस मामले की जांच के दौरान पता चला है कि कन्हैया लाल के अलावा उदयपुर के 2 और लोग भी इस्लामी कट्टरपंथियों के निशाने पर थे। इसकी वजह बीजेपी प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करना बताया जा रहा है। इन इस्लामी कट्टरपंथियों के टारगेट पर जो लोग थे, उनमें से एक टायर कारोबारी नितिन जैन (Tire Businessman Nitin Jain) हैं। 35 वर्षीय नितिन जैन के उदयपुर छोड़ने की भी खबर सामने आई है।
यह बात उस वक्त सामने आई है, जब कन्हैया लाल का गला काटे जाने के बाद उदयपुर में तनाव की स्थिति है। यहां एक महीने के लिए धारा 144 लगा दी गई है। कन्हैया लाल की हत्या करने वाले रियाज ने भी वीडियो में अपने साथियों को कुछ अन्य लोगों की हत्या के लिए उकसाया था। इसमें किसी सेक्टर-11 के व्यक्ति का जिक्र भी किया गया था। माना जा रहा है की सेक्टर-11 वाले ये व्यक्ति नितिन जैन ही हैं।
कन्हैयालाल के अलावा 2 और लोग थे हत्यारों के निशाने पर..
मैं तो कहता हूं कि धर्म और राष्ट्र से प्रेम करने वाला हर व्यक्ति उनके निशाने पर है.. pic.twitter.com/OUtzwOMi3W
— महंत बजरंग मुनि (@BabaBajrangMuni) June 30, 2022
दैनिक भास्कर के अनुसार, यह धमकी टायर कारोबारी नितिन जैन के लिए ही थी। नितिन के पिता ने बताया कि नूपुर शर्मा के समर्थन में 7 जून को शेयर हुई पोस्ट के चलते नितिन पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। इस केस में नितिन की गिरफ्तारी भी हुई थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, 9 जून 2022 को 3 लोग नितिन के टायर की दुकान पर उसकी तलाश में पहुंचे थे। नौकर से नितिन के बारे में पूछा। उसने बताया कि साहब नहीं आए हैं तो तीनों लौट गए और 100 मीटर दूर खड़ी बाइक पर बैठ कर चले गए। इसके बाद 16 जून को एक बार फिर 4 लोग नितिन की गोवर्धन विलास स्थित दुकान पर उसकी तलाश में आए। उस दिन भी नौकर ने बताया कि वे नहीं हैं तो वे लोग लौट गए।
लेकिन बाद में जानकारी मिली कि नितिन को नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने के वजह से खोजा जा रहा है। इसके बाद नितिन ने दुकान जाना बंद कर दिया। फिलहाल नितिन का परिवार कन्हैयालाल की हत्या के बाद से खौफ में है। नितिन के पिता का कहना है कि वे मामले को आगे नहीं बढ़ाना चाहते थे। इसके कारण उस समय पुलिस में शिकायत नहीं की।
अब उन्होंने एसपी मनोज कुमार को इसकी सूचना दी है। बताया जा रहा है कि इस सूचना पर एसपी ने स्थानीय एसएचओ को जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं। नितिन के पिता का कहना है कि उसके बेटे की पूछताछ करने आए 7 लोगों में कन्हैया लाल के कातिल शामिल नहीं हैं। वैसे जिस तरह नितिन की रेकी की बात कही जा रही है, उसी तरह कन्हैया लाल की भी गई थी। उन्होंने इसकी शिकायत भी पुलिस से की थी। लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया।
इनके अलावा एक अन्य व्यक्ति को भी नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने के आरोप में उदयपुर की धनमंडी थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उसे भी धमकियाँ दी जा रही हैं और उसकी भी रेकी की गई है।
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