यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट की परीक्षा में अंग्रेजी का पेपर लीक (UP Board Paper Leak) करने वाला मास्टमाइंड निर्भय नारायण सिंह अपने सहयोगी राजीव प्रजापति के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है. उसके पास से 30 सादी कॉपी सहित सॉल्व की हुईं कॉपी भी बरामद की गई हैं. वहीं, गिरफ्तारी के समय उसके पास से अंग्रेजी के पेपर की फोटोकॉपी भी बरामद की गई हैं. बलिया के महाराजी कॉलेज भीमपुरा में पेपर लीक होने का खुलासा हुआ था. इसके बाद से ही प्रदेश में ताबड़तोड़ अभियान चलाकर इस पूरे मामले की जांच की जा रही थी.
यही नहीं, इस दौरान पुलिस को 10 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने में भी सफलता मिली है. वहीं, इस मामले में अब तक बलिया जिले में 46 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. जबकि यूपी के एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार (Prashant Kumar)ने कहा कि 30 मार्च को इंटरमीडिएट की परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक हुए थे उसमें कार्रवाई करते हुए अब तक 46 लोगों को हिरासत में लिया गया है. आज मुख्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है.
इसके साथ प्रशांत कुमार ने कहा कि बलिया में आज कुल 8 लोग नगरा थाने से और 3 लोग सिकंदरपुर थाने से जेल भेजे जा रहे हैं. विवेचना में ये साबित हुआ है इन लोगों के द्वारा टैंपर करके पैकेट से प्रश्न पत्र निकाले और फिर उसे सोल्व करके वापस रखा गया. प्रश्न पत्र को बाहर भी बेचा गया.
पुलिस के मुताबिक, निर्भय नारायण सिंह प्रश्न पत्र का मास्टरमाइंड है. इस बाबत रसड़ा कोतवाली के निरीक्षक राजीव सिंह ने बताया कि प्रश्न पत्र लीक मामले में इस घटना के सूत्रधार किड़िहरापुर स्थित महाराजी देवी इंटर कॉलेज के प्रबंधक निर्भय नारायण सिंह सहित आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. सिंह ने ही अंग्रेजी का प्रश्न पत्र लीक किया था. उधर, सिकंदरपुर पुलिस ने भी प्रश्न पत्र लीक मामले में ही तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने रविवार को एक प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक मुनीन्द्र गुप्ता के साथ ही दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गौरतलब है कि पिछले बुधवार को यूपी बोर्ड का अंग्रेजी का पर्चा लीक हो गया था, जिसके बाद करीब 24 जिलों में यह परीक्षा स्थगित कर दी गयी थी. इस मामले में बलिया में अब तक 46 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
कैसे चलता था नकल का खेल ?
यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट की अंग्रेजी की परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक करने का मास्टरमाइंड निर्भय नारायण सिंह है, जो कि महाराजी देवी स्मारक इंटर कॉलेज का प्रबंधक है. दरअसल उसने ही प्रश्न पत्र निकाल कर उसका प्रिंट आउट कराया था. इसके बाद अंग्रेजी के दो शिक्षकों से उसे हल कराया गया था. इसे बार निर्भय नारायण सिंह ने 25 से 30 हजार प्रति छात्र के हिसाब बेचा सोल्व पेपर बेचा था. इस दौरान सिंह और और राजीव प्रजापति ने मोबाइल से अन्य लोगों को भी स्कैन कॉपी भेजी थी. वहीं, पुलिस ने बैंक अकाउंट और पेटीएम ट्रांजैक्शन से मिले रुपयों की पुष्टि की है.
अब कर 46 लोग गिरफ्तार
बोर्ड पेपर लीक मामले में अब तक 4 स्कूल मैनेजर, 3 प्रिंसिपल, 10 टीचर, 5 कोचिंग संचालक, 3 स्कूल के क्लर्क को गिरफ्तार किया जा चुका है. शुरुआती जांच में पता चला कि पेपर की सीरीज 316 ED और 316 EI का पेपर बलिया से लीक हुआ और इस सीरीज के पेपर उत्तर प्रदेश के 24 जिलों में भेजे गए थे. विभाग की अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने इन 24 जिलों में परीक्षा को रद्द कर जांच के आदेश दिए. आराधना शुक्ला से जब सवाल किया गया तो उन्होंने साफ कहा कि पेपर मजबूती से सीलबंद लिफाफे में था कोई जानकार ही इसको लीक कर सकता है.
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