उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह (Minister Dharampal Singh) ने शनिवार को बरेली (Bareilly) में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मदरसों (Madrasas) में अब राष्ट्रवाद की शिक्षा दी जाएगी। मदरसे राष्ट्र्रीय भावना को प्रेरित करने वाली शिक्षा प्रदान करेंगे, ना कि आतंकवाद फैलाने वाली शिक्षा को बढ़ावा देंगे। उन्होंने अल्संख्यक समाज की जमीनों को कब्जा मुक्त कराने की बात भी कही है। मंत्री धर्मपाल सिंह ने स्पष्ट तौर पर कहा कि अब उनका काम गो संरक्षण के साथ-साथ अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा करना भी है।
आंवला को बनाया जाएगा अलग जिला
बरेली के आईवीआरआई के सभागार में कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने यह भी कहा कि आंवला को एक अलग जिला बनाया जाएगा। इसमें बरेली, रामपुर, बदायूं के कुछ हिस्से शामिल किए जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि अयोध्या में विश्व स्तरीय गौशाला का निर्माण करके यूपी में बेल्जियम का मॉडल विशेष किया जाएगा।
Also Read: एक साल के भीतर 14 नए मेडिकल कॉलेज से लैस होगा UP, जानिए योगी सरकार का प्लान
उन्होंने कहा कि प्रदेश में मुर्रा भैंस को लाकर दुग्ध उत्पादन बढ़ाया जाएगा। इससे यूपी दुग्ध उत्पादन में तेजी से सुधार करेगा। मुख्यमंत्री ने आंवला को जिला बनाने की मांगी रिपोर्ट कैबिनेट मंत्री ने कहा कि उन्होंने आंवला को जिला बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके पहले कार्यकाल में कहा था।
#Bareilly -: कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने मदरसों की शिक्षा को लेके बोले! अगर “आतंकवाद”की शिक्षा नही होगी मदरसों में राष्ट्रहित की शिक्षा होगी तब उनको संचालन हेतु सोचा जाएगा! इस बयान में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की झलक दिखी! लगता है लोधी समाज उनको नेता मिल गया! #BJP4IND pic.twitter.com/tEJbhizhWc
— Deepak Sharma (@Deepaknvoice) April 2, 2022
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने इसकी रिपोर्ट मांग ली है। महाभारत काल में पांचाल के दो क्षेत्र थे। दक्षिणी पांचाल की राजधानी हस्तिनापुर और उत्तरी पांचाल की राजधानी आंवला थी। एक समय ऐसा आया जब दोनों ही पांचाल क्षेत्रों की राजधानी आंवला थी। धर्मपाल ने बताया कि आंवला का भूगोल रामगंगा से दक्षिण का भाग रहेगा।
इसमें रामपुर जिले की शाहबाद तहसील का इलाका, बदायूं की दातागंज तहसील, बिसौली और सदर तहसील का भाग लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि महाभारत काल में यहां पर सारी संपदा थी। उत्तराखंड अलग होने के बाद भी प्रदेश में पर्यटन की बड़ी संभावनाए हैं। रामगंगा पर दो पुल बनवाएं हैं। यह पुल बरेली और आंवला दोनों के लिए लाभकारी हैं।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )