प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार को रीयल स्टेट का कारोबार करने वाली कंपनी तुलसियानी ग्रुप (Tulsiani Group) के 10 ठिकानों पर छापा (Raid) मारा है। ईडी की टीमें राजधानी लखनऊ, प्रयागरा, नोएडा, दिल्ली और गुरुग्राम में छापेमारी कर रही हैं। तुलसियानी ग्रुप पर बैंक और निवेशकों के करोड़ों रुपए हड़पने का आरोप है।
कंपनी के खिलाफ मनी लॉड्रिंग एक्ट के दर्ज हुआ था केस
जानकारी के मुताबिक, बीते 6 दिसंबर 2023 को ईडी ने कंपनी के खिलाफ मनी लॉड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। तुलसियानी ग्रुप पर पंजाब नेशनल बैंक और निवेशकों से 30 करोड़ से अधिक की रकम हड़पने का आरोप है। कंपनी ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पंजाब नेशनल बैंक से 4 करोड़ 63 लाख का कर्ज लिया था। जब बैंक ने कर्ज वसूली के लिए पत्राचार किया तो कंपनी की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया।
लखनऊ में तुलसियानी ग्रुप पर ED का छापा: कंपनी के पास जमीन नहीं थी, लोगों को अपार्टमेंट देने का वादा कर रुपए लिए थे https://t.co/mGHIDbD886 pic.twitter.com/zf2t2CTGXC
— आदित्य तिवारी / Aditya Tiwari (@aditytiwarilive) April 24, 2024
इसके बाद हजरतगंज कोतवाली में तुलसियानी ग्रुप के निदेशक महेश तुलसियानी व अनिल कुमार तुलसियानी और पूर्व निदेशकों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया था। इस मामले में अजय तुलसियानी और अनिल तुलसियानी को अरेस्ट किया गया था।
ईडी की प्रारंभिक पड़ताल में निवेशकों और बैंक की 30 करोड़ से ज्यादा की रकम हड़पने की पुष्टि होने के बाद साक्ष्य जुटाने के लिए बुधवार को छापेमारी की गई है। बता दें कि तुलसियानी बिल्डर लुभावनी स्कीम के माध्यम से लोगों को फ्लैट देने का वादा कर रकम जमा करा रहा था। जबकि उसके पास फ्लैट तो दूर की बात है, जमीन तक नहीं थी। कंपनी के निदेशक राजधानी लखनऊ में अंसल की सुशांत गोल्फ सिटी में फ्लैट बनाने का झांसा देकर रकम जमा कराते थे।
फ्लैट नहीं मिलने पर बीते पांच वर्षों के दौरान दर्जनों निवेशकों ने तुलसियानी बिल्डर के खिलाफ मुकदमे दर्ज कराए हैं। बाद में बिल्डर ने सुशांत गोल्फ सिटी में फ्लैट बनवाए मगर निवेशकों को कब्जा देने में टालमटोल करता रहा। रेरा में इसकी शिकायत होने पर तीन फ्लैट जब्त किए गए थे। सूत्रों की मानें तो तुलसियानी ग्रुप के खिलाफ निवेशकों द्वारा दर्ज कराए गए तमाम मुकदमों के बाद ईडी ने भी इसकी जांच शुरू की थी।