लखनऊ (Lucknow) के हजरतगंज (Hazratganj) इलाके में स्थित सिल्वर ओक अपार्टमेंट (Silver Oak Apartment) के बाहर मंगलवार देर रात राजनेता रघुराज प्रताप सिंह (Raghuraj Pratap Singh) उर्फ राजा भैया (Raja Bhaiya) की पत्नी भानवी सिंह (Bhanvi Singh) ने जमकर हंगामा किया। वे अपनी मां से मिलने आई थीं, लेकिन परिवार के लोगों ने फ्लैट का गेट नहीं खोला। एक घंटे तक बाहर हंगामा करने के बाद मामला बढ़ा तो भानवी की बहन ने पुलिस को सूचना दी। हजरतगंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची और रात करीब 12 बजे समझा-बुझाकर भानवी को शांत कराया गया। स्थानीय लोगों ने इस दौरान घटना की वीडियो भी बनाई।
राजा भैया और भानवी के बीच तलाक की लड़ाई जारी
राजा भैया और भानवी सिंह के बीच तलाक का केस लंबे समय से चल रहा है। भानवी पिछले कई सालों से पति से अलग रह रही हैं और उन्होंने नवंबर 2022 में दिल्ली के साकेत कोर्ट में तलाक के लिए आवेदन दिया था। उन्होंने पति पर मारपीट, क्रूरता और अवैध संबंधों का आरोप लगाया है। भानवी का कहना है कि राजा भैया ने परिवार छोड़ दिया है और वे मानसिक एवं शारीरिक प्रताड़ना का शिकार हैं।
कौन हैं भानवी सिंह?
भानवी सिंह बस्ती के राजघराने की सदस्य हैं। उनका जन्म 10 जुलाई 1974 को बस्ती में हुआ था। वे बस्ती और लखनऊ में पढ़ीं। 1995 में उनकी शादी राजा भैया से हुई, जिनके चार बच्चे हैं – दो बेटे शिवराज प्रताप सिंह और बृजराज प्रताप सिंह तथा दो बेटियां राघवी और बृजेश्वरी। कुछ वर्षों से दोनों के बीच रिश्तों में खटास आ गई थी, जिसके बाद भानवी दिल्ली में रह रही हैं।
भानवी सिंह की संपत्ति राजा भैया से ज्यादा
राजा भैया की पत्नी भानवी सिंह खुद एक व्यवसायी हैं और उनकी संपत्ति राजा भैया से अधिक बताई जाती है। 2017 के चुनाव में राजा भैया ने अपने हलफनामे में 14 करोड़ की कुल संपत्ति दर्शाई थी, जिसमें से 7.2 करोड़ संपत्ति भानवी के नाम थी जबकि 6 करोड़ उनकी अपनी थी। यह बात स्पष्ट करती है कि भानवी आर्थिक रूप से भी काफी सशक्त हैं।
राजा भैया पर भानवी ने दर्ज कराई FIR
लगभग चार महीने पहले भानवी सिंह ने दिल्ली में राजा भैया के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि वे वर्षों से मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न का सामना कर रही हैं। मेडिकल रिपोर्ट ने भी इस बात की पुष्टि की है। भानवी ने सुरक्षा की मांग की है और बताया कि उनकी जान को खतरा है। यह मामला उनके विवादित वैवाहिक जीवन की गहराई को दर्शाता है।
राजा भैया का राजनीतिक सफर और छवि
रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का राजनीतिक कद काफी बड़ा है। वे 1993 से लगातार सात बार कुंडा से विधायक रहे हैं और पांच बार यूपी कैबिनेट में मंत्री रहे। हालांकि उनका नाम कई विवादों और मुकदमों में भी शामिल रहा है। उनके खिलाफ पोटा के तहत जेल जाना, 2013 के ट्रिपल मर्डर केस और DSP जिया उल हक की हत्या के आरोप शामिल हैं। वे जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) पार्टी के अध्यक्ष हैं और प्रतापगढ़, कौशांबी, सुल्तानपुर, रायबरेली जैसे इलाकों में मजबूत राजनीतिक प्रभाव रखते हैं।