मकरसंक्रांति से शुरू हो रहे कोरोना टीकाकरण (COVID-19 Vaccination) को लेकर यूपी पुलिस ने विस्तृत गाइडलाइन जारी किया है. उत्तर प्रदेश के डीजीपी एचसी अवस्थी (DGP HC Awasthi) ने कोविड-19 के टीकाकरण के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कहा है कि वैक्सीन के भंडारण स्थल की सुरक्षा चुनाव के बाद ईवीएम की सुरक्षा की तर्ज पर की जाएगी. जहां पर वैक्सीन का भंडारण किया जाएगा. वहां पुलिसकर्मियों के साथ ही फायर बिग्रेड की गाड़ियां भी रहेंगी. कोविड टीकाकरण में जुगाड़ लगाना या ‘पॉवर’ दिखाना महंगा पड़ेगा। यही नहीं, टीकाकरण को लेकर किसी तरह का भ्रम अथवा अराजकता फैलाने की कोशिश की तो पुलिस ऐसे तत्वों से पूरी सख्ती से निपटेगी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि टीकाकरण के लिए केंद्र सरकार ने जो प्राथमिकता क्रम तय किए हैं, हर हाल में उसका अक्षरशः पालन किया जाए. कोई भी कितना महत्वपूर्ण व्यक्ति क्यों न हो, तय क्रम आने के बाद ही उसका वैक्सीनेशन होगा. लखनऊ के लोहिया संस्थान में वैक्सीन का ट्रायल देखने पहुंचे सीएम ने निर्देश दिया कि केंद्र सरकार से निर्धारित क्रम के अनुसार ही वैक्सीन लगाई जाएं. सबसे पहले 9 लाख हेल्थ वर्करों को वैक्सीन लगाई जाए, इसके बाद आवश्यक सेवाओं के लोगों को और फिर 50 साल से ऊपर की उम्र के लोगों को वैक्सीन लगेगी.
कोल्ड चैन की व्यवस्था हो सुनिश्चित
मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों सहित पुलिस अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 से बचाव के लिए वृहद टीकाकरण अभियान जल्द शुरू होने के आसार हैं. जनपदवार तैयारियों का जायजा लेते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जिलाधिकारीगण वैक्सीनेशन से जुड़ी हर तैयारी यथाशीघ्र पूरी कर लें. सफल वैक्सीनेशन के लिए कोल्ड चेन महत्वपूर्ण है. प्रदेश में वैक्सीन की आमद से लेकर टीकाकरण केंद्रों तक हर जगह प्रत्येक स्थिति में कोल्ड चेन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.
नोडल अधिकारी टीकाकरण केंद्रों की करें लगातार मॉनिटरिंग: योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीन के प्रति लोगों में आतुरता स्वाभाविक है, लेकिन यह आतुरता किसी भी दशा में वैक्सीन की सुरक्षा के लिए नुकसानदायक नहीं होनी चाहिए. इसलिए वैक्सीन की सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए जाएं. टीकाकरण अभियान से जुड़े सभी स्थलों पर केवल अधिकृत व्यक्ति ही रहें. सतत मॉनिटरिंग के लिए नोडल अधिकारी तैनात हों जो टीकाकरण केंद्रों पर भ्रमण करते रहें.
वैक्सीन भंडार के पास पुलिस और फायर ब्रिगेड की गाडियां भी रहेंगी
उत्तर प्रदेश के डीजीपी एचसी अवस्थी (DGP HC Awasthi) ने कोविड-19 के टीकाकरण के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कहा है कि वैक्सीन के भंडारण स्थल की सुरक्षा चुनाव के बाद ईवीएम की सुरक्षा की तर्ज पर की जाएगी. जहां पर वैक्सीन का भंडारण किया जाएगा. वहां पुलिसकर्मियों के साथ ही फायर बिग्रेड की गाड़ियां भी रहेंगी.
कड़ी सुरक्षा में रहेगी वैक्सीन
एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि वैक्सीन का वितरण और उसे गंतव्य तक पहुंचाए जाने की व्यवस्था पूरी तैयारी कर ली गयी. वैक्सीन कड़े सुरक्षा घेरे में रहेगी. इसके लिए सभी जिलों के पुलिस कप्तानों को दिशा-निर्देश जारी कर दिया गया है. इसके अलावा अगर अन्य व्यवस्था की आवश्यकता पड़ेगी तो वह भी मुहैया करवाई जाएगी. साथ ही अफवाह और भ्रम को रोकने के लिए साइबर टीम भी एक्टिव है.
पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण
एडीजी (कानून-व्यवस्था) ने बताया कि पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया जाना है. दूसरे चरण में पुलिस कर्मियों का टीकाकरण कराए जाने की योजना है. पुलिसकर्मियों के टीकाकरण के लिए डीजीपी मुख्यालय में तैनात एडीजी डॉ एन रविन्दर को इसके लिए नोडल अधिकारी बनाया गया है. प्रदेश में 3.90 लाख के करीब पुलिसकर्मी हैं, जिन्हें टीका लगना है, इसके लिए 27 बिंदुओं पर डाटा तैयार किया जा रहा है.
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