राज्यसभा चुनाव: संजय सेठ समेत इन नेताओं की मजबूत दावेदारी, BJP बना सकती है प्रत्याशी

यूपी विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद अब भारतीय जनता पार्टी से होने वाले राज्यसभा चुनाव (UP Rajyasabha Election 2022) के जरिए अपनी ताकत और बढ़ाएगी. उत्तर प्रदेश की 11 राज्यसभा सीटों पर 10 जून को चुनाव होने हैं. बीजेपी ने उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा को लेकर मंगलवार को बैठक बुलाई थी. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी कोर कमेटी की बैठक में 16 नामों पर चर्चा हुई है. संजय सेठ (Sanjay Seth)  की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है. इसके अलावा जफर इस्लाम, नरेश अग्रवाल, प्रियंका रावत, शिव प्रताप शुक्ला, सुरेंद्र नागर के नाम पर भी चर्चा हुई है.

साफ सुधरी छवि की सख्शियत संजय सेठ की पहचान प्रमुख कारोबारी के तौर पर तो है ही साथ ही अपने सामाजिक कार्यों के लिए भी वे अक्सर चर्चा में रहते हैं. कोरोना काल में उन्होंने रोजाना 1 हजार लोगों को भोजन कराया साथ ही उनके इलाज की भी व्यवस्था की. समाज कल्याण के इन्हीं कामों के चलते बीजेपी ने संजय सेठ को राज्यसभा भेजा था अब उनका कार्यकाल समाप्त हो रहा है तो पार्टी एक बार फिर उन्हें उच्च सदन में भेज सकती है.

इन 5 को दोबारा मौका 

भाजपा के सूत्रों ने बताया कि 11 सीटों के लिए हो रहे चुनाव में बीजेपी आठ सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी. माना जा रहा है कि भाजपा के जिन पांच सांसदों का कार्यकाल अगले माह समाप्त होने वाला है, उन्हें पार्टी से फिर से सांसद बनाने जा रही है, जिन पांच राज्यसभा सांसदों को दोबारा मौका दिया जा रहा है उनमें संजय सेठ, सुरेंद्र नागर, जफर इस्लाम, जय प्रकाश निषाद और शिव प्रताप शुक्ला शामिल हैं.

उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि इन नामों के अलाव पूर्व मंत्री नरेश अग्रवाल को भाजपा राज्यसभा भेजने जा रही है. इसके पहले सपा में रहते हुए नरेश अग्रवाल राज्यसभा के सांसद रह चुके हैं. माना जाता है कि नरेश अग्रवाल वैश्य समाज के बड़े चहेरे हैं. इनके अलावा तीन नए चेहरों को मौका देने की तैयारी है. इनमें एक प्रियंका रावत भी शामिल हैं. हालांकि अभी तक पार्ट की ओर से इन नामों की ओपचारिक घोषणा नहीं की गई है जल्दी ही पार्टी उम्मीदवारों के नामों की लिस्ट सार्वजनिक करेगी.

कोर कमेटी लेगी निर्णय

लखनऊ में भाजपा की 29 मई को कार्यसमिति की बैठक में आगे की रणनीति में भी चर्चा होनी है. बैठक में राजनैतिक और आर्थिक प्रस्ताव पारित होंगे और 2024 के लोकसभा चुनाव को जीतने की रूपरेखा बनेगी. बैठक इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में होनी प्रस्तावित है. कोर कमिटी की बैठक में महामंत्री संगठन सुनील बंसल, दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी मौजूद थे. राज्यसभा के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 31 मई है तब तक भाजपा सभी नामों को अंतिम रूप दे देगी.

बीजेपी की 8 सीटों पर जीत तय

उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में एनडीए के 273 विधायक हैं जबकि सपा गठबंधन के पास कुल 125 सदस्य हैं. एक राज्यसभा सदस्य को जिताने के लिए कम से कम 34 सदस्यों का समर्थन मिलना जरूरी है. उस हिसाब से देखें तो भाजपा 11 में से आठ सीटें आसानी से जीतने की स्थिति में है जबकि सपा गठबंधन भी तीन सीटें आसानी से जीत सकता है.

125 विधायकों के जरिए 4 प्रत्याशी जिताने की चुनौती

सपा व सहयोगी दल रालोद व सुभासपा के विधायको की तादाद 125 है. सपा को उम्मीद है कि इनके बूते वह 4 सीट निकाल सकती है. अगर सपा ने चौथी सीट के लिए प्रत्याशी उतारा तो उसे भाजपा से संघर्ष करना होगा और अपने विधायकों को इधर होने से बचाना होगा.

बसपा और कांग्रेस को एक भी सीट नहीं 

इस चुनाव में सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस और बसपा को होगा. इन दोनों ही दलों का हाल में संपन्न विधानसभा चुनाव में प्रदर्शन बहुत खराब रहा था. कांग्रेस को दो और बसपा को मात्र एक सीट ही हासिल हुई थी, लिहाजा यह दोनों दल अपने दम पर एक भी सदस्य जिताने की स्थिति में नहीं हैं. बसपा के हिसाब से देखें तो सतीश चंद्र मिश्रा और अशोक सिद्धार्थ का कार्यकाल जुलाई में समाप्त होने के बाद अब संसद के उच्च सदन में राम जी गौतम के रूप में पार्टी का एकमात्र सदस्य रह जाएगा.

ये है राज्यसभा की वर्तमान सदस्य संख्या 

राज्यसभा में यूपी की 31 सीटें है. इनमें से अभी भाजपा के 22, सपा के 5, बसपा के 3 और कांग्रेस के 1 सदस्य है. इस चुनाव के बाद भाजपा की सदस्य संख्या 22 से बढ़कर 24 से 25 तक हो जाएगी. जबकि सपा की सदस्य संख्या 5 बरकरार रहेगी. वहीं बसपा का एक सांसद रहेगा.

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