UP के सरकारी स्कूलों में आज से डिजिटल अटेंडेंस शुूरू, जानिए क्यों विरोध कर रहे हैं टीचर

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की लेटलतीफी पर लगाम लगाने के लिए योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार अब टीचरों की डिजिटल अटेंडेंस (Digital Attendance in UP Schools) लगवाने जा रही है. पहले ये 15 जुलाई से शुरू हो रही थी लेकिन अब 8 जुलाई यानि कि सोमवार से ही डिजिटल अटेंडेस लगनी शुरू हो गई है. सरकार के इस फैसले के विरोध में यूपी के तमाम शिक्षक संघ उतर आए हैं.

सोमवार को यूपी के कई स्‍कूलों में सुबह शिक्षक काली पट्टी बांधकर पहुंचे. डिजिटल अटेंडेंस के विरोध में शिक्षक बड़े आंदोलन की तैयारी में हैं. वहीं, डीजी स्‍कूल शिक्षा ने ऑनलाइन हाजिरी के लिए आधे घंटे का अतिरिक्‍त समय दे दिया है.

दरअसल, प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित विद्यालयों में 15 जुलाई से शिक्षकों, स्टॉफ और बच्चों की डिजिटल अटेंडेंस लगाने की तैयारी थी लेकिन डीजी स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने सभी जिलों के बीएसए को सोमवार से ही ऑनलाइन अटेंडेंस लगवाने के निर्देश दिए हैं. साथ ही उपस्थिति दर्ज कराने की समय सीमा में भी छूट दी गई है. पहले सुबह 7:45 से 8:00 बजे तक उपस्थिति दर्ज करानी थी. अब उपस्थिति दर्ज कराने की अवधि को 30 मिनट बढ़ाते हुए 8:30 तक किया गया है. छात्रों की अटेंडेंस और मिड डे मिल रजिस्टर भी डिजीटली तैयार होंगे.

इस डिजिटल हाजिरी में फेसियल रिकगनिशन यानी चेहरे को ऑनलाइन कैमरे के सामने देखकर अटेंडेंस लगानी होगी. डिजिटल अटेंडेंस के विरोध में शिक्षक संगठनों ने आंदोलन करने की तैयारी की है. यूपी बीटीसी शिक्षक संघ ने इस तरह की हाजिरी का विरोध किया है. राष्‍ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने सोमवार को प्रदेश के सभी जिलों में सीएम योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा है. प्राथमिक शिक्षक संघ संबद्ध अखिल भारतीय प्राथमिक संघ ने सभी स्‍कूल शिक्षकों से काली पट्टी बांधकर विरोध करने की अपील की है. इस अपील का असर आज प्रदेश के कई स्कूलों में देखने को मिल रहा है.

इसलिए विरोध कर रहे हैं शिक्षक 

डिजिटल हाजिरी का विरोध कर रहे टीचरों का कहना है कि बरसात को देखते हुए फिलहाल ऐसे निर्णय को रद्द किया जाए. अगर ऐसा नहीं होता है तो वे लोग आंदोलन करने को मजबूर होंगे. शिक्षक संगठनों का कहना है कि पहले शिक्षकों की ईएल, सीएल, हाफ डे जैसी मांग पूरी की जाए, उसके बाद डिजिटल अटेंडेंस लागू करें. शिक्षकों का कहना है कि इस समय बरसात का मौसम है, कई जगह प्राकृतिक आपदा भी आ रही है. ऐसे में डिजिटल अटेंडेंस की वजह से अगर कोई समय स्कूल नहीं पहुंचा तो उसका वेतन कटेगा, लिहाज़ा ऐसे आदेश को स्थगित किया जाना चाहिए.

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