एक बार फिर से यूपी में बिकरू कांड जैसा बवाल होते होते रह गया. मामला एटा जिले का है, जहां, पुलिस पर पथराव, फयरिंग करते हुए ग्रामीण पॉक्सो के आरोपी सपा नेता के आरोपी को छुड़ा ले गए. अचानक हुए इस भयंकर पथराव, हमले में दारोगा सहित छह पुलिसकर्मी घायल हो गए. फायरिंग होती देख पुलिस ने भागकर अपनी जान बचाई. जानकारी पर अन्य पुलिस बल पहुंचा, तब जाकर हालात काबू किए गए. बड़ी बात ये है पुलिसकर्मियों पर हमला करने वालों में एक सपा नेता भी शामिल था. इस पूरे मामले के बाद दारोगा ने दस नामजद सहित पच्चीस आरोपियों पर रिपोर्ट दर्ज कराई है.
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, एटा जिले के थाना मिरहची में तैनात दरोगा देवेंद्र सिंह, हमराह सिपाही राहुल कुंतल, निखिल भाटी, आशीष चौधरी, राहुल कुमार, मनोज कुमार ने शनिवार रात को गांव नगला जवाहरी में दबिश दी. दबिश के दौरान घर से पॉक्सो एक्ट का आरोपी सपा नेता छोटे पुत्र फौजदार निवासी नगला जवाहरी को पकड़ लिया. आरोपी ने चीख-पुकार मचा दी. अन्य ग्रामीण पहुंच गए. पुलिस को देख पथराव, फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस की जीप में आग लगाने की कोशिश भी हुई. वहीं, पुलिसकर्मियों पर तमंचे से फायरिंग भी की.
कई आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज
फायरिंग होती देख पुलिस ने भागकर अपनी जान बचाई. मामले की जानकारी थाना पुलिस को दी गई. जानकारी पर गांव में अन्य पुलिस फोर्स पहुंचा. सभी आरोपी मौके से भाग निकले. हमले में दारोगा देवेंद्र सिंह, पांच सिपाही घायल हो गए. घायलों को स्वास्थ्य केंद्र मिरहची में भर्ती कराया गया है. दरोगा ने दस नामजद, पंद्रह अज्ञात आरोपियों पर रिपोर्ट दर्ज कराई है. हमले के मामले में 10 नामजद और पच्चीस अज्ञात लोगों पर रिपोर्ट दर्ज की गई है
अपनी आपबीती में पुलिसकर्मी मनोज कुमार ने बताया, “आरोपी को पकड़ने के दौरान गांव में लोग प्रयास कर रहे थे कि पुलिस की गाड़ी में आग लगा दी जाए, लेकिन हमने अपनी गाड़ी को बचाने के लिए काफी प्रयास किया. हमारे हाथों में डंडे मारे गए. हम वहां से भाग छूटे. गांववालों ने हमारा पीछा भी किया. इनमें एक कौशलेंद्र नाम का शख्स भी शामिल था, जो कि समाजवादी पार्टी से विधायकी लड़ने की तैयारी कर रहा है. उसने गांववालों से बोला था कि जितनी पुलिस फोर्स आयी है, उस पर गोली चलाओ.”
एक अन्य पुलिसकर्मी राहुल कुमार ने बताया, “हम लोगों को बताया गया कि नगला जवाहरी में एक पोक्सो का आरोपी पकड़ना है. हम सब मुजरिम पकड़ने गए. गांव पहुंचकर आरोपी को पकड़ भी लिया. हमने जैसे ही आरोपी पकड़ा, वैसे ही वह चिल्लाने लगा. उसकी आवाज सुनकर गांव वाले आ गए और उन्होंने हमारे साथ मारपीट की. ईंट-पत्थर फेंके और आरोपी को छुड़ा ले गए.
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