उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी को बड़ी मुश्किल के कंट्रोल मे किया गया है। जिसके बाद अब तेजी से ब्लैक फंगस के मामले तेजी से बढ़ते नजर आ रहे हैं। जिसको देखते हुए सीएम योगी ने ब्लैक फंगस को अधिसूचित बीमारी यानी कि महामारी घोषित कर दिया है। इसके साथ ही प्रदेश भर के अफसरों को ये आदेश दिए गए हैं कि इससे संक्रमित लोगों को तत्काल ही इलाज उपलब्ध कराया जाए। ताकि उन्हें बचाया जा सके।
सीएम ने दिए सख्त निर्देश
जानकारी के मुताबिक सीएम योगी ने कहा कि पोस्ट कोविड अवस्था में ब्लैक फंगस के संक्रमण की समस्या बढ़ रही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के परामर्श के अनुरूप प्रदेश सरकार सभी मरीजों के समुचित चिकित्सकीय उपचार की व्यवस्था कर रही है। केंद्र सरकार के निर्देशों के क्रम में कोविड की तर्ज पर ब्लैक फंगस को भी ‘अधिसूचित बीमारी’ (Notified Disease) घोषित किया जाए। इस संबंध में आदेश आज ही जारी कर प्रभावी करा दिया जाए।
इसके साथ ही सीएम योगी ने कहा कि इसकी दवा की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए। यूपी से पहले गुजरात, तेलंगाना, राजस्थान, असम, ओडिशा, पंजाब और चंडीगढ़ इसे महामारी घोषित कर चुके हैं। दरअसल, राजधानी लखनऊ में भी ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। गुरुवार को इसके कारण चार मरीजों की मौत भी हो गई।
क्या है अधिसूचित बीमारी का मतलब
गौरतलब है कि किसी रोग को अधिसूचित करने का मतलब है कि सरकारी अधिकारियों को उस बीमारी के हर एक मरीज का डाटा रखना होगा। हर एक डॉक्टर और अस्पताल को इस बीमारी के मरीजों की डीटेल सरकार को देनी जरूरी होती है। अब ब्लैक फंगस रोग के हर एक केस की सूचना डॉक्टर को सीएमओ के पास भेजना जरूरी होगा। सीएओ इसके आंकड़े एकत्र करेंगे। इस तरह से अधिकारियों को बीमारी के प्रसार की जानकारी एकत्र करने, बीमारी की निगरानी करने और प्रारंभिक चेतावनियां निर्धारित करने में मदद मिलेगी।
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