रिपोर्ट में खुलासा: अखिलेश यादव के सरकारी बंगले में हुआ 467 लाख रुपए का अवैध निर्माण

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव के सरकारी बंगले में हुई तोड़फोड़ के मामले जांच रिपोर्ट में करीब 10 लाख रुपए के नुकसान के बाद राज्य संपत्ति विभाग ने 467 लाख रुपए के अवैध निर्माण कराए जाने की रिर्पोट रिपोर्ट तैयार की गई है. वहीं इस रिपोर्ट पर सपा का दावा है कि यह अखिलेश यादव को बदनाम करने की साजिश है. अभी राज्य संपत्ति विभाग की नोटिस नहीं आई है. नोटिस आती है तो जबाब दिया जाएगा.

लोक निर्माण विभाग द्वारा राज्य संपत्ति विभाग को सौंपी गई रिर्पोट में कहा गया है कि भवन के सुंदरीकरण के लिए 78 लाख रुपए, दो मंजिला अतिथि गृह के लिए 174.95 लाख रुपए, दो मंजिला सुरक्षा भवन और वेटिंगरूम के लिए 156.50 लाख रुपए, दो मंजिला सर्वेन्ट रूम में 56.53 लाख रुपए व जनरेटर कक्ष के निर्माण में 22.92 लाख रूपया खर्च किया गया है. इसी तरह अन्य अतिरिक्त कार्यों में करोड़ों का खर्च बताया गया है. हालांकि, अखिलेश यादव के बंगले में अवैध निर्माण की रकम कहां से खर्च की गई इसका ब्योरा राज्य संपत्ति विभाग नहीं दे सका है.

 

उधर इस मुद्दे पर समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया है कि बंगले के बहाने बीजेपी सरकार अखिलेश यादव को घेरना चाहती है. सपा प्रवक्ता और एमएलसी सुनील सिंह साजन ने गुरुवार को कहा कि बीजेपी सरकार गठबंधन से डर गई है. अब बंगले के बहाने अखिलेश यादव को घेरना चाहती है. बीजेपी नहीं चाहती कि अखिलेश यादव का घर लखनऊ में बने. उन्होंने कहा कि बंगले में तीन-तीन कमेटियों से जांच कराई गई लेकिन आज तक स्विमिंग पूल नहीं मिला. खुद मुख्यमंत्री के ओएसडी गए, हो सकता है रात-बिरात मुख्यमंत्री भी गए हो लेकिन बंगले में कुछ नहीं मिला. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार दलितों और वंचितों को अपने घरों में नहीं देखना चाहती.

 

इसके अलावा सुनील सिंह साजन ने इस संबंध में ट्वीट भी किया है. इसमें उन्होंने लिखा है कि योगीजी के चमचे जब बंगले में स्विमिंग पूल नहीं खोज पाए तो वायरिंग और मामूली टूट-फूट का 10 लाख का बिल पकड़ा गए. दरअसल यह सारी घटना अखिलेश जी की लोकप्रियता से डरे सहमे योगी जी के चार-चार सीटे हारने की देन है. और ऊपर से ये दलितों-पिछड़ों का गंठबंधन इन्हें चैन से जीने नहीं दे रहा.

 

 

देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करेंआप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )