योगी सरकार के 23 अधिकारियों को आईएएस संवर्ग में संघ लोक सेवा आयोग ने पदोन्नति को मंजूरी दी है. पदोन्नत अधिकारियों में 1997 बैच के पीसीएस अधिकारी शामिल है. जबकि छह अफसरों के लिफाफे बंद हो गए हैं. एक हफ्ते बाद पीसीएस से प्रोन्नत आईएएस अफसरों का नोटिफिकेशन होने की संभावना है. नोटिफिकेशन के बाद ही पीसीएस से आईएएस में प्रोन्नत अफसरों की आईएएस काडर में ज्वाइनिंग हो सकेगी. पहले केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय नोटिफिकेशन जारी करेगा, उसके बाद यूपी सरकार जारी करेगी.
जानकारी के मुताबिक़ आयोग के संयुक्त सचिव एमएल सोनी की अध्यक्षता में हुई डीपीसी की बैठक में यूपी के मुख्य सचिव डा.अनूप चंद्र पांडेय, राजस्व परिषद के चेयरमैन प्रवीर कुमार, अपर मुख्य सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक मुकुल सिंहल शामिल हुए. जबकि केंद्र सरकार के प्रतिनिधि के रूप में संयुक्त सचिव रोहित कुमार पहुंचे. कई घंटे चली बैठक में 1997 बैच से लेकर वर्ष 2000 बैच तक के अधिकारियों के बारे में विचार किया गया.
वर्ष 2018 की 25 रिक्तियों के आधार पर 25 पीसीएस अफसरों को आईएएस में प्रोन्नत होना था. लेकिन पुरानी कुछ रिक्तियों को जोड़कर कुल 29 रिक्तियां प्रोन्नति के लिए निकलीं. लेकिन प्रोन्नति कमेटी ने मेरिट, एसीआर और सर्विस रिकार्ड के आधार पर 23 पीसीएस अफसरों को ही आईएएस काडर में प्रोन्नति के योग्य पाया. बाकी छह पीसीएस अफसरों को प्रोवीजनल प्रोन्नति इस शर्त के साथ दी गई है कि यदि उनकी जांच व अपराधिक मामले तीन माह में पूरे नहीं हुए और उनको क्लीन चिट नहीं मिली तो उनको आईएएस काडर नहीं मिल सकेगा. इसलिए इन अफसरों के लिफाफे बंद कर दिए गए.
छह पीसीएस अफसरों पर विभागीय जांच
प्रोन्नति बैठक में विचार के बाद विभागीय जांच और अपराधिक मामलों वाले छह पीसीएस अफसरों के लिफाफे बंद कर दिए हैं. इन अफसरों में जेबी सिंह प्रथम, भीष्म लाल, उदयी राम, हरीशचंद्र आदि शामिल हैं. इनको प्रोवीजनल आईएएस बनाया गया है. यानी तीन माह में यदि ये इनको विभागीय जांच या अपराधिक मामले से क्लीन चिट नहीं मिली तो इनको आईएएस में प्रोन्नति नहीं मिल सकेगी.
पीसीएस से आईएएस में प्रोन्नत अफसर
यूपी सरकार के सूचना निदेशक शिशिर, मुख्यमंत्री के विशेष सचिव शुभ्रांत शुक्ला, मुख्य सचिव के स्टाफ आफिसर विशाल भारद्वाज, प्रवीण मिश्रा, मनोज कुमार, देवीशरण उपाध्याय, डा.चंद्रभूषण सिंह, बृजराज सिंह यादव, सुरेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह, महेंद्र वर्मा, राहुल सिंह, अनीता वर्मा, जितेंद्र सिंह, आलोक सिंह, धर्मेंद्र सिंह, डा.विजय कुमार, उमेश नारायण, राकेश वर्मा, धीरेंद्र सचान, रघुवीर, कंचन शरण और वंदना वर्मा.
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