गौतम गंभीर की कोचिंग में भारत ने जीती चैंपियंस ट्रॉफी, आठ महीने में दूसरा आईसीसी खिताब

भारत ने 12 साल बाद चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीत लिया है। रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया ने फाइनल में न्यूजीलैंड को हराकर यह उपलब्धि हासिल की। इस जीत के साथ भारत ने आठ महीने के भीतर लगातार दूसरा आईसीसी खिताब अपने नाम किया। इससे पहले, टीम ने पिछले साल जून में दक्षिण अफ्रीका को हराकर टी20 विश्व कप जीता था। उस समय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ थे, जिन्होंने चैंपियन बनने के साथ ही अपने पद से विदा ली थी।

इस बार भारतीय टीम गौतम गंभीर के नेतृत्व में उतरी, जिन्हें कुछ महीने पहले ही मुख्य कोच नियुक्त किया गया था। उनके कार्यकाल की शुरुआत में ही उन पर पक्षपात के आरोप लगे और उनकी नीतियों पर सवाल उठाए गए। हालांकि, उन्होंने अपने पहले ही आईसीसी टूर्नामेंट में भारत को चैंपियन बनाकर आलोचकों को जवाब दिया।

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चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम को अपने स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के बिना खेलना पड़ा, जो चोट के कारण बाहर हो गए थे। उनकी अनुपस्थिति में कई पूर्व खिलाड़ियों ने टीम को कमतर आंका, लेकिन भारत ने शानदार प्रदर्शन किया। टीम ने बांग्लादेश के खिलाफ जीत से अपने अभियान की शुरुआत की और इसके बाद चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया।

गंभीर ने पिछले साल जुलाई में भारतीय टीम के मुख्य कोच का पद संभाला था। उस समय भारत ने द्रविड़ के कार्यकाल में टी20 विश्व कप जीता था, जबकि रोहित शर्मा और विराट कोहली ने टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। टीम बदलाव के दौर से गुजर रही थी और माना जा रहा था कि हार्दिक पांड्या को टी20 टीम की कमान सौंपी जाएगी, लेकिन चयनकर्ताओं ने सूर्यकुमार यादव को कप्तान बनाया। यह फैसला चौंकाने वाला था, लेकिन ऐसा माना जाता है कि इसमें गंभीर की अहम भूमिका रही।

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श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में भारतीय टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा, जिसके बाद सोशल मीडिया पर गंभीर की आलोचना शुरू हो गई। उनकी तुलना राहुल द्रविड़ के कार्यकाल से की जाने लगी। हालांकि, यह उनके कोचिंग कार्यकाल का पहला दौरा था, इसलिए बीसीसीआई ने इन आलोचनाओं को गंभीरता से नहीं लिया। श्रीलंका सीरीज के बाद भारतीय टीम को एक महीने का ब्रेक मिला, जिसके बाद गंभीर की असली परीक्षा शुरू होनी थी।

सितंबर से जनवरी के बीच भारत को 10 टेस्ट मैच खेलने थे, जो विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) 2023-25 के फाइनल में पहुंचने के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण थे। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि चैंपियंस ट्रॉफी के बाद बीसीसीआई गंभीर, रोहित शर्मा और विराट कोहली के भविष्य को लेकर बड़ा फैसला कर सकता है।

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चैंपियंस ट्रॉफी से पहले भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ सीमित ओवरों की सीरीज खेली। सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में टीम ने टी20 सीरीज जीती, जबकि वनडे में रोहित शर्मा के नेतृत्व में भारत ने इंग्लैंड को हराया। इसके बाद टीम ने लय बनाए रखी और अजेय रहते हुए चैंपियंस ट्रॉफी पर कब्जा जमाया

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