कोविड-19 ने सारे विश्व को एक मंच पर ला खड़ा कर दिया है, और भारत उनका नेतृत्वकर्ता बन उभरा है. यह बात अध्यायत्म के क्षेत्र में सही साबित हुई जब ऑनलाइन नियमित ध्यान से लगभग से 82 देश के लाखों साधकों ने प्रतिदिन अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. जिसमें हर उम्र, हर जाति, हर देश, हर धर्म के लोग सम्मिलित हुए. इसी से प्रेरित हो कर श्री मामताजी निर्मला देवी प्रणित सहजयोग संस्था के राष्ट्रीय सहजयोग ट्रस्ट नई दिल्ली एवं सहजयोग प्रतिष्ठान पुणे द्वारा सहज योग स्वर्ण जयंती वर्ष के उत्सव रूप में देशभर में 16 भारतीय भाषाओं में लगातार 12 घंटे तक ऑनलाइन ध्यान की अनुभव सिद्धि पद्धति के निशुल्क प्रशिक्षण के 16 कार्यक्रम आगामी 3 जनवरी 2021 रविवार 9 तक लगातार 16 भाषाओं में ध्यान सिखाया जाएगा. इसमें सबसे पहला सत्र देववाणी संस्कृत भाषा से आरंभ होगा. उसके पश्चात हिंदी, तमिल, तेलगू, मराठी, बंगाली, गुजराती, पंजाबी, सिंधि एवं अंग्रेजी समेत 16 भाषाओं में समस्त भारत एक वेबस्थली www.sahajayoga.org.in पर मेडिटेशन ऑनलाइन अनुभव ले सकेगा.
सहजयोग नेशनल ट्रस्ट, नई दिल्ली के उपाध्यक्ष श्री दिनेश राय ने जानकारी देते हुए बताया कि लॉकडाउन के दिनों में सुबह शाम ध्यान सत्रों, शास्त्रीय संगीत व भजनों, नए साधकों के लिए ध्यान कार्यक्रमों व ध्यान-साधना में गहनता हेतु कार्यशालाओं में देश और दुनिया के लाखों साधकों ने ऑनलाइन शामिल होकर ध्यान प्रकिया का लाभ लिया. जिसमें कई मिलियन फॉलोवर और व्यूअर्स का डेटा कलेक्ट हुआ. जिसके आधार पर ग्लोबल रिकॉर्ड कमेटी द्वारा सहजयोग संस्था की एशिया पैसिफिक की लार्जेस्ट कलेक्टिव मेडिटेशन कमेटी के नाम से पुरस्कृत की गई.
सहजयोग प्रतिष्ठान पुणे से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान के दौरान आरंभिक 50 दिनो में यूट्यूब चैनल प्रतिष्ठान पुणे के माध्यम से 82 देशों के 4 लाख से अधिक लोगों ने ऑनलाइन सत्रों में नियमित सामूहिक ध्यान किया है. यूट्यूब चैनल को लोगों द्वारा 19 लाख घंटों तक 47 लाख से अधिक बार देखा जा चुका है. यूट्यूब पर मेडिटेशन सत्रों को 3 करोड़ 38 लाख से अधिक इंप्रेशन प्राप्त हुए हैं. फेसबुक पेज “इंडिया सहज योग” फेसबुक डाटा के अनुसार लगभग 14 लाख लोगों ने पोस्ट पढ़ीं और 82000 लोगों ने पेज देखे. यह बताता है कि लॉकडाउन के दौरान लोगों ने भय, चिंता व निराशा से उबरने के लिए सहज योग पद्धति को बड़ी संख्या में अपनाया है. यह ध्यान निशुल्क है व इसकी प्रक्रिया अत्यंत सरल है किंतु फिर भी इतनी प्रभावशाली कि हर व्यक्ति शीघ्र ही अपने अनुभव प्राप्त कर सकता है. जो भी इन प्रोग्राम से लाभान्वित होना चाहते हैं उनके लिए पूर्णत: निशुल्क टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 180030700800 पर सहायता उपलब्ध है. सामूहिक रूप से हमारा समाज एक कठिन दौर से गुजर रहा है. ऐसे मे सहजयोग ध्यान के निशुल्क ऑनलाइन कार्यक्रम शहरों में ही नहीं ग्रामीण जनता के लिए भी उपयोगी सिद्ध हो रहे हैं.
3 जनवरी, 2021 को ऑनलाइन आत्म साक्षात्कार की जानकारी
- संस्कृत भाषा में प्रात: 9 बजे से 9:45 तक
- हिंदी भाषा में प्रात: 9:45 से 10:30
- बांग्ला में प्रात: 10:30 से 11:15 तक
- तेलगू में प्रात: 11:15 से 12 तक
- तमिल में दोपहर 12 से 12:45 तक
- गुजराती में दोपहर 12:45 से 1: 30 तक
- कन्नड़ में दोपहर 1:30 से 2:15 तक
- मलयालम में दोपहर 2:15 से 3 तक
- पंजाबी में दोपहर 3 से 3:45 तक
- भोजपुरी में दोपहर 3:45 से 4:30 तक
- असमी में शाम 4:30 से 5:15 तक
- मराठी में शाम 5:15 से 6 तक
- उड़िया में शाम 6 से 6:45 तक
- मैथिली में शाम 6:45 से 7:30 तक
- अंग्रेजी में शाम 7:30 से 8:15 तक
- सिंधी में रात 8:15 से 9 बजे तक
ऑनलाइन लिंक के साथ टोल फ्री नंबर 18002700800 पर संपर्क किया जा सकता है.
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