कुछ समय पहले अलीगढ़ जिले के एक होटल में एक सिपाही का शव फांसी के फंदे से लटका मिला था। जिसके बाद से आज चार महीने पूरे हो रहे हैं, पर सिपाही के परिजन आज भी न्याय के लिए भटक रहे हैं। पुलिस अधिकारियों के चक्कर काट-काटकर परेशान परिवार ने हर संभव कोशिश की लेकिन न तो उनकी रिपोर्ट लिखी गई और न ही उनकी सीबीआइ जांच की मांग पर किसी ने गौर किया। मृतक सिपाही के परिजनों ने मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज की थी, पर कोई सुनवाई नहीं हुई।
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, अलीगढ़ के पुलिस कंट्रोल रूम में तैनात लोकेंद्र नाम के सिपाही का थाना गांधी पार्क इलाके के दुबे पड़ाव स्थित होटल रॉयल क्लासिक के रूम नंबर 107 में फांसी के फंदे से लटकता हुआ शव मिला। बताया जा रहा है कि सिपाही की उम्र करीब 25 वर्ष है। वह मूल रूप से आगरा का निवासी है। घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस समेत एसपी सिटी कुलदीप सिंह, क्षेत्राधिकारी द्वितीय राघवेंद्र सिंह और फोरेंसिक टीम के साथ पहुंच गए थे।
परिजनों ने लगाया आरोप
परिजनों का आरोप है कि होटल में बेटे लोकेंद्र की हत्या की गई है। अलीगढ़ के गांधी पार्क थाने में गए लेकिन पुलिस ने तहरीर नहीं ली। इसके साथ ही पुलिस ने घटनास्थल की ठीक से जांच भी नहीं की। स्वजन न्याय के लिए अलीगढ़ के एसएसपी से लेकर एडीजी आगरा राजीव कृष्ण से मिले। घटना की सीबीआइ जांच की मांग की लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
पिता रामभरोसी ने बताया कि बेटे की मौत की निष्पक्ष जांच को उन्होंने मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत की लेकिन किसी ने उनसे संपर्क नहीं किया। उनकी मांग पर जांच तक नहीं की गई। क्षेत्र के युवाओं ने मोटरसाइकिल पर स्टीकर चिपका कर लोकेंद्र को न्याय दिलाने की मांग उठायी। साथी को न्याय दिलाने के लिए गांव के युवा सामने आ रहे हैं। उन्होंने अपने वाहनों के आगे स्टीकर चिपकाए हैं। इस पर ‘सिपाही लोकेंद्र सिंह चाहर को न्याय दो, उसकी हत्या का पर्दाफाश करो, हत्यारों को फांसी की सजा दिलाओ।’ अंकित है।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )