उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने शनिवार को कैबिनेट की पहली मीटिंग के बाद प्रोटेम स्पीकर के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के बाद शासन के सीनियर अफसरों के साथ बैठक की। योजना भवन में आयोजित इस बैठक में सीएम योगी ने सभी अफसरों को सरकार की वरीयता से अवगत कराने के साथ ही सभी से अपनी-अपनी भूमिका भी तय करने का निर्देश भी दिया। उन्होंने सभी को स्पष्ट तौर पर कहा कि कार्य में तेजी और पारदर्शिता लाएं।
सीएम योगी ने अपने दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ ग्रहण करने के अगले दिन अफसरों को जनता के प्रति जवाबदेह होने का निर्देश दिया है। शनिवार को शासन स्तर के आला अफसरों के साथ बैठक कर मुख्यमंत्री ने सभी विभागों को अगले सौ दिन, छह माह और वार्षिक कार्य योजना तैयार करने को कहा है। यह कार्य योजना मंत्रिपरिषद के सामने प्रस्तुत करनी होगी, इसकी विभागवार समय-सारणी जल्द ही घोषित होगी।
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योजना भवन में हुई महत्वपूर्ण बैठक में सीएम योगी के साथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने सभी अफसरों को बीजेपी के लोक कल्याण संकल्प पत्र के बिंदुओं को याद करने की जरूरत बताई है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 में घोषित संकल्प पत्र के सभी बिंदुओं को यथार्थ में बदलने में अफसरों ने पूरी जिम्मेदारी से प्रयास किया, जिसका परिणाम रहा कि दशकों बाद आम जनता ने उत्तर प्रदेश में सकारात्मक बदलाव का अनुभव किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे समक्ष उत्तर प्रदेश को देश का नम्बर-वन राज्य और प्रदेश की अर्थव्यवस्था को देश की नम्बर-वन अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य है। टीम वर्क और अन्तर्विभागीय समन्वय से भविष्य का रोडमैप तैयार किया जाए। इस कार्य के लिए ‘टीम यूपी’ को पूरी प्रतिबद्धता के साथ लगना होगा। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन बनाने के लिए 10 प्राथमिक सेक्टरों को चिन्हित किया जाए। इसकी नियमित समीक्षा की जाए। मुख्य सचिव साप्ताहिक समीक्षा करें तथा मुख्यमंत्री इसकी पाक्षिक समीक्षा करेंगे।
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सीएम योगी ने अफसरों को आम आदमी के प्रति बेहद संवेदनशील होने के निर्देश देते हुए कहा कि हमारी सरकार अंत्योदय के लिए संकल्पित है। ऐसे में यह सुनिश्चित किया जाए कि गांव, गरीब, किसान, महिला और युवा शासन की हर नीति के केंद्र में हों।