बाराबंकी: BJP को वोट देने पर मुस्लिम परिवार का हुक्का-पानी बंद, बात करने पर 20 हजार जुर्माना, मस्जिद में भी नो एंट्री

बाराबंकी (Barabanki) जिले से एक चौंकने वाला मामला सामने आ रहा है. यहां के ररिया गांव में एक मुस्लिम परिवार का हुक्का-पानी सिर्फ इसलिए बंद कर दिया गया क्योंकि उन्होंने बीजेपी के पक्ष में वोट डाला था. हालात इतने खराब हैं कि अब परिवार का कोई भी सदस्य मस्जिद में नमाज भी नहीं पढ़ सकता है. साथ ही परिवार में लड़के की शादी है और शादी में शामिल होने वालों पर कथित तौर पर 20 हजार का जुर्माना लगाया जाएगा. मुस्लिम परिवार का आरोप है कि ये सब ग्राम प्रधान और कुछ अन्य गांव के लोगों के चलते हो रहा है. ये फरमान भी उन्हीं लोगों ने निकाला है. वहीं पुलिस का कहना है कि मामला संज्ञान में है और जांच की जा रही है, दोनों पक्षों को थाने भी बुलाया गया है.

दुकान से सामान लेने पर रोक, मस्जिद में नो एंट्री

बाराबंकी जिले के फतेहपुर कोतवाली क्षेत्र के रेरिया गांव से सामने आया है. यहां एक मुस्लिम परिवार को बीजेपी को वोट देना इतना भारी पड़ गया कि ग्राम प्रधान सहित गांव के सभी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इस परिवार का हुक्का-पानी बंद कर दिया है. हद तो तब हो गई जब इस परिवार को गांव की मस्जिद में नमाज पढ़ने और उनकी दुकान से गांव वालों को सामान लेने से रोक दिया गया. ऐसे में गांव वालों के इस जुल्मों सितम से यह परिवार काफी परेशान हैं.

Muslim Family Threats by Islamic Village in barabanki UP

13 मई को लड़े की शादी, टेंट न लगाने का फरमान 

बताया जा रहा है कि पीड़ित परिवार में इसी महीने 31 तारीख को लड़के की शादी है. लड़का सऊदी से घर आया है. लेकिन अब ग्राम प्रधान सहित गांव के लोग लड़के की शादी में शामिल न होने और शादी में गांव में टेंट न लगाने का फरमान सुना चुके हैं. पीड़ित परिवार का आरोप है कि गांव के प्रधान समेत कुछ लोग उनकी एक जमीन को मदरसा के लिये देने का दबाव बना रहे हैं.

मुस्लिम परिवार को भारी पड़ा BJP के पक्ष में वोट करना, गांव वालों ने बंद  किया हुक्का-पानी, मस्जिद जाने पर भी लगाई रोक | TV9 Bharatvarsh

प्रधान की धमकी शादी में शामिल हुए तो 20 हज़ार जुर्माना

पीड़ित परिवार का आरोप है कि गांव के प्रधान समेत बाकी ने कहा है कि अगर गांव में किसी ने भी उनके परिवार के लोगों से बात की, शादी में खाना खाया या कोई भी मतलब रखा तो उनको 20 हजार रुपये का जुर्माना देना होगा. साथ ही शादी में टेंट लगाने वालों, खाना बनाने वालों समेत बाकी लोगों को भी मना कर दिया है. इसके अलावा उनको मस्जिद में नमाज पढ़ने से भी रोका जा रहा है. पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि उन लोगों ने कई साल पहले एक जमीन भी खरीदी थी, गांव के प्रधान समेत बाकी लोग उनपर दबाव बना रहे हैं कि हम वह जमीन मदरसा के लिये खाली कर दें. ऐसे में हम लोग काफी परेशान हैं.

वहीं इस मामले पर वहीं एसओ अनिल कुमार पांडेय का कहना है कि ये मामला संज्ञान में आया है और इसको लेकर संबंधित बीट इंचार्ज को मौके पर भेजा गया है. मामले की जांच की जा रही है. पांडेय ने कहा कि दोनों पक्षों को थाने भी बुलाया गया है. जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.

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