यूपी के पीलीभीत में ड्यूटी से बर्खास्त चल रहे एक बाबू ने फांदी लगाकर आत्महत्या कर ली। विजय कुमार का शव मंगलवार को पुलिस लाइन स्थित सरकारी आवास में फंदे से लटकता मिला। आस-पास के पुलिसकर्मियों ने जब बाबू का शव देखा तो अधिकारियों को सूचना दी। कोतवाली पुलिस विजय कुमार को जिला अस्पताल लेकर आई, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक अनुशासनहीनता का आरोपी था।
हाल ही में हुए बर्खास्त
जानकारी के मुताबिक पीलीभीत पुलिस लाइन में पदस्थ रहे एक लिपिक विजय मिश्रा ने आज फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वो 59 साल का था और 2 साल पहले प्रशासनिक आधार पर बदायूं से पीलीभीत ट्रांसफर होकर आया था। हाल ही में उसे बर्खास्त कर दिया गया था।
आत्महत्या से पहले लिपिक ने एक सुसाइड नोट भी लिखा है जिसमें उसने अपने ही विभाग के एक बाबू पर गंभीर आरोप लगाए हैं जिसकी जांच की जा रही है। विजय मिश्रा को 13 अक्टूबर को बर्खास्त कर दिया गया था। वो 1 साल से ड्यूटी से गैरहाजिर था। इसलिए उस पर 31 से ज्यादा दंडात्मक विभागीय कार्रवाई की गयी थीं। 20 मिसकंडक्ट हैं।
एसपी ने दी जानकारी
पुलिस अधीक्षक दिनेश पी ने मौखिक बताया कि लिपिक का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पैनल बनाकर पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। बाबू विजय मिश्रा हरदोई का रहने वाला था। वो पुलिस लाइन में डिस्पैच बाबू के पद पर तैनात था। मृतक के घरवालों को सूचना दे दी गई है।
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