पुलिस स्मृति दिवस का दिन न सिर्फ पुलिस विभाग बल्कि उन पुलिसकर्मियों के परिजनों के लिए भी बेहद खास होता है, जिन्होंने ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवाई है। ऐसे पुलिसकर्मियों के परिजनों को आज सीएम योगी सम्मानित करेंगे। यूपी की राजधानी लखनऊ की पुलिस लाइन में इसके लिए एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इसी क्रम में आज उत्तर प्रदेश के मुखिया सीएम योगी आदित्यनाथ पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर ड्यूटी के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। लखनऊ पुलिस लाइन में मुख्यमंत्री व डीजी डीएस चौहान समेत अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी देश के 263 पुलिसकर्मियों तथा अद्र्धसैनिक बलों के जवानों को श्रद्धांजलि दी।
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— UP POLICE (@Uppolice) October 21, 2022
इन पुलिसकर्मियों के परिजनों को मिल रहा सम्मान
सबसे पहले बात करते हैं सिपाही सुमित कुमार की… मुजफ्फरनगर में तैनात आरक्षी सुमित कुमार 28 दिसंबर, 2021 को जानलेवा हमले के मामले में वांछित आरोपितों को पकड़ने पुलिस टीम के साथ करनाल, हरियाणा गए थे। जहां आरोपितों को पुलिस के आने की भनक लग गई और वे कार से भागने लगे। पुलिस टीम ने जीत से आरोपितों का पीछा किया। इसी दौरान पुलिस की गाड़ी सड़क किनारे लगे पेड़ से टकरा गई। हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए आरक्षी सुमित कुमार की मृत्यु हो गई थी।
दूसरे नंबर पर फतेहपुर के थाना सुलतानपुर घोष में नियुक्त उपनिरीक्षक वीरेन्द्र नाथ मिश्रा 31 मार्च, 2022 को थाने के पास वाहन चेकिंग कर रहे थे। वीरेन्द्र नाथ के रोकने बाइकसवार पिता-पुत्र ने जान से मारने की नियत से उन पर गाड़ी चढ़ा दी थी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। वीरेन्द्र नाथ तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
तीसरे पुलिस कर्मी नोएडा में तैनात थे। गौतमबुद्धनगर के थाना दादरी नियुक्त उपनिरीक्षक कादिर खां 17 जुलाई, 2022 को हत्या के एक मुकदमे में सुरागरसी के लिए मेरठ जा रहे थे। रास्ते में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर हुए सड़क हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें एंबुलेंस से सुभारती अस्पताल, मेरठ ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
चौथे नंबर पर प्रयागराज के थाना सरायइनायत में नियुक्त मुख्य आरक्षी मुनील कुमार चौबे 17 जनवरी, 2022 को सहसों चौराहे पर यातायात व शांति-व्यवस्था डयूटी पर तैनात थे। इसी दौरान अनियंत्रित पिकप ने उन्हें टक्कर मार दी थी। गंभीर रूप से घायल मुनील की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई थी।
पांचवें सिपाही की जान नोएडा ने ड्यूटी के दौरान ही गई। जिले में 10 मार्च, 2022 को आरक्षी सर्वेश कुमार यातायात व्यवस्था संभालने के लिए कंटेनर डिपो जा रहे थे। रास्ते में आरक्षी सर्वेश कुमार की बाइक में कंटेनर ने टक्कर मार दी थी। हादसे में घायल आरक्षी की जान चली गई थी।
छंटवें मामले में गाजियाबाद में 27 जनवरी, 2022 को आरक्षी ललित कुमार यातायात व्यवस्था की ड्यूटी के लिए जा रहे थे। रास्ते में अज्ञात वाहन की टक्कर से बुलेट सवार आरक्षी ललित गंभीर रूप से घायल हो गए थे। ललित को अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सांतवें मामले में बागपत में नियुक्त आरक्षी मनीष कुमार 14 अक्टूबर, 2021 न्यायालय द्वारा जारी एक समन तामील कराने के लिए बुलंदशहर जा रहे थे। रास्ते में रोडवेज बस की चपेट में आने से आरक्षी मनीष कुमार की मृत्यु हो गई थी। इन सभी के परिजनों को सीएम योगी सम्मानित करेंगे।
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