बीते दिनों समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के कद्दावर नेता आजम खान की विधानसभा सदस्यता रद्द किए जाने के बाद राष्ट्रीय लोकदल के चीफ जयंत चौधरी ने खतौली के बीजेपी विधायक विक्रम सैनी (BJP MLA Vikram Saini) की भी सदस्यता रद्द करने की मांग की। वहीं, इस मामले में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना (Suresh Kumar Khanna) ने कहा कि मुजफ्फरनगर की खतौली सीट के भाजपा विधायक विक्रम सैनी को अदालत की ओर से दोषसिद्ध किए जाने के समय से ही वह विधानसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य घोषित हो चुके हैं।
सुरेश खन्ना ने आगे कहा कि वह इस समय विधानसभा के सदस्य नहीं हैं। विधानसभा सचिवालय तो सिर्फ सीट को रिक्त घोषित करता है। अदालत के निर्णय की प्रमाणित प्रति न मिल पाने के कारण ही कदाचित भाजपा विधायक की सीट को अब तक रिक्त घोषित नहीं किया जा सका है लेकिन अदालत का निर्णय सुनाए जाने के क्षण से ही उनकी सदस्यता समाप्त मानी जाएगी।
दरअसल, आरएलडी चीफ जयंत चौधरी ने आजम खान की विधायकी जाने पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को पत्र लिखकर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि आजम खान को सजा मिलने के बाद उनकी विधानसभा सदस्यता खत्म हो सकती है तो मुजफ्फरनगर दंगे में दोषी पाए गए बीजेपी विधायक विक्रम सैनी की क्यों नहीं?
जयंत चौधरी ने जन लोक प्रतिनिधित्व कानून का हवाला देते हुए सतीश महाना से विक्रम सैनी के प्रकरण में भी शीघ्र कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने पत्र मं लिखा कि स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट में हेट स्पीच के मामले में आपके कार्यालय द्वारा पारित फैसला लेते हुए सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां की सदस्यता तत्काल प्रभाव से रद कर दी गई।
हालांकि, जयंत चौधरी के पत्र पर विधानसभा स्पीकर सतीश महाना ने जवाब दिया कि उन्होंने आजम खान की विधानसभा सदस्यता रद्द नहीं की है। उनकी तरफ से सिर्फ रामपुर सीट को रिक्त घोषित करने की अधिसूचना जारी की गई है। उन्होंने कहा कि वह इस बाबत चुनाव आयोग से जानकारी करेंगे कि वास्तव में क्या स्थिति है।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )