Mahakumbh 2025: मां गंगा की तीन धारा को एक धारा में प्रवाहित कर भगीरथ बनी योगी सरकार

Prayagraj: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के दिव्य और भव्य महाकुम्भ के आयोजन के लिए सिंचाई विभाग ने एक महत्वपूर्ण कार्य में सफलता हासिल की है, जो वास्तव में ‘भगीरथ प्रयास’ की मिसाल पेश करता है। विभाग ने मां गंगा की तीन धाराओं को एक धारा में प्रवाहित कर, संगम क्षेत्र को नया स्वरूप प्रदान किया है। यह प्रयास न केवल महाकुम्भ के आयोजन के लिए आवश्यक था, बल्कि इससे गंगा के पवित्रता और श्रद्धालुओं की सुविधा भी सुनिश्चित हुई है।

Also Read: बीते साढ़े सात साल में यूपी में मिलीं कितनी नौकरियां ?, सीएम योगी ने सदन में पेश किया आंकड़ा

गंगा की तीन धाराओं का एक में समावेश

प्रयागराज में शास्त्री ब्रिज से लेकर संगम नोज तक मां गंगा तीन धाराओं में बटी हुई थी, जिससे ना केवल पवित्रता प्रभावित हो रही थी, बल्कि महाकुम्भ के आयोजन में भी समस्याएं आ रही थीं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इस समस्या का समाधान निकाला गया और तीन धाराओं को एक धारा में प्रवाहित करने की योजना तैयार की गई। इससे महाकुम्भ में आने वाले करीब 40 करोड़ श्रद्धालुओं के लिए स्नान की सुविधा आसान होगी, साथ ही एक ही स्थान पर स्नान की व्यवस्था की जा सकेगी।

Also Read: संभल में हिन्दू मारे गए, सैकड़ों परिवारों ने किया पलायन, अब 46 साल बाद दंगों की फाइल खोलेगी योगी सरकार

आईआईटी गुवाहाटी और ड्रेजिंग मशीनों का सहयोग

यह कार्य साकार करने के लिए आईआईटी गुवाहाटी की विशेषज्ञ टीम की मदद ली गई। शास्त्री ब्रिज से संगम नोज तक गंगा के प्रवाह को एक करने के लिए तीन विशाल ड्रेजिंग मशीनों का उपयोग किया गया। हालांकि, तेज जल प्रवाह और ऊंचे जल स्तर के कारण ड्रेजिंग कार्य में चुनौतियां आईं, लेकिन टीम ने बड़े एंकरों और पॉटून ब्रिज का सहारा लेकर इन समस्याओं का सामना किया।

Also Read: हिंदू मोहल्ले से मुस्लिम जुलूस निकल सकता है तो मुस्लिम मोहल्ले से हिंदू शोभायात्रा क्यों नहींः योगी

अतिरिक्त स्थान की उपलब्धता

मां गंगा की तीन धाराओं को एक धारा में समाहित करने के बाद, संगम क्षेत्र का सर्कुलेशन एरिया अब पहले से कहीं अधिक विस्तृत और सुव्यवस्थित हो गया है। इससे मेला क्षेत्र में करीब 22 हेक्टेयर अतिरिक्त स्थान उपलब्ध हुआ है, जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु एक साथ स्नान कर सकेंगे। इस अतिरिक्त स्थान को समतल करने के लिए पांच लाख मीट्रिक टन बालू का उपयोग किया गया है।

Also Read: हिंदू मोहल्ले से मुस्लिम जुलूस निकल सकता है तो मुस्लिम मोहल्ले से हिंदू शोभायात्रा क्यों नहींः योगी

साथ ही युद्धस्तर पर ड्रेजिंग कार्य

ड्रेजिंग कार्य तीन शिफ्टों में किया गया और कार्य में आ रही समस्याओं के बावजूद, टीम का समर्पण और धैर्य बनाए रखा गया। एक ड्रेजर का स्पड क्षतिग्रस्त होने और दूसरे का किनारे की ओर धकेलने के बावजूद, कार्य जारी रहा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में चौथा ड्रेजर तैनात किया गया, जिससे कार्य की गति और गुणवत्ता में सुधार हुआ।

इस भगीरथ प्रयास से न केवल महाकुम्भ के आयोजन की व्यवस्थाओं में सुधार हुआ है, बल्कि श्रद्धालुओं को एक सुविधाजनक और सुगम अनुभव प्रदान किया जाएगा।

Also Read: महाकुम्भ में संयम, साधना और तप की त्रिवेणी का साक्षी बनेगा कल्पवास, खास इंतजाम कर रही योगी सरकार

( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )