मकर संक्रांति (Makar Sankranti) के पावन पर्व पर गोरक्षपीठाधीश्वर एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने मंगलवार को ब्रह्म मुहूर्त में चार बजे गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath Mandir) में बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी (Khichdi) चढ़ाकर नाथपंथ की परंपरा का निर्वहन किया। उन्होंने विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर लोकमंगल, जन-कल्याण, सुख-समृद्धि और राष्ट्र के उत्थान की कामना की।
देशभर में पर्व की विविधता
खिचड़ी चढ़ाने के बाद सीएम योगी ने प्रदेशवासियों, संतों और श्रद्धालुओं को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दीं। इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘मकर संक्रांति सनातन संस्कृति का ऐसा पावन पर्व है जो सूर्यदेव के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का अवसर प्रदान करता है। पूरे देश में इसे अलग-अलग नामों और स्वरूपों में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।’
मकर संक्रांति की प्रदेश वासियों, सभी पूज्य संतों, श्रद्धालुजनों व भक्तों को हार्दिक बधाई!
यह जगतपिता सूर्य देव के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का एक उत्सव है… pic.twitter.com/Z8YqtTZE37
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 14, 2025
सीएम योगी ने कहा कि यह पर्व पूरे भारत में विभिन्न रूपों में मनाया जाता है। असम में इसे बिहू, पंजाब में लोहड़ी, दक्षिण भारत में पोंगल, बंगाल और महाराष्ट्र में तिलवा संक्रांति और उत्तर भारत में खिचड़ी संक्रांति के रूप में श्रद्धा से मनाया जाता है। उन्होंने इसे आनंद और एकता का प्रतीक बताया, जो पूरे समाज को एकजुट करता है।
गंगा स्नान और दान-पुण्य की परंपरा
मुख्यमंत्री ने कहा कि मकर संक्रांति पर प्रदेशभर में पवित्र नदियों और सरोवरों में स्नान, दान और पुण्य का सिलसिला जारी है। उन्होंने कहा, ‘मुझे यह सौभाग्य प्राप्त हुआ है कि गुरु गोरखनाथ की तपस्थली पर बाबा के श्रीचरणों में खिचड़ी चढ़ाने का अवसर मिला।’
महाकुंभ की शुभकामनाएं
सीएम योगी ने प्रयागराज में जारी महाकुंभ के पहले अमृत स्नान की भी बधाई दी। उन्होंने बताया कि सोमवार को लगभग दो करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में पुण्य स्नान किया। आज भी लाखों श्रद्धालु ब्रह्म मुहूर्त से ही गंगा, यमुना और सरस्वती की त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं।
श्रद्धालुओं के लिए खुले मंदिर के कपाट
सीएम योगी द्वारा खिचड़ी चढ़ाने के बाद गोरखनाथ मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। श्रद्धालु कतारबद्ध होकर बाबा गोरखनाथ के चरणों में खिचड़ी अर्पित कर अपनी श्रद्धा निवेदित कर रहे हैं।
Also Read – Mahakumbh 2025: पहले ‘अमृत स्नान’ पर DGP प्रशांत कुमार ने कंट्रोल रूम से की निगरानी
मेले का आनंद ले रहे श्रद्धालु
पूजा-अर्चना और अनुष्ठान पूरा करने के बाद श्रद्धालु मंदिर परिसर में लगे मेले का आनंद भी उठा रहे हैं। मेले में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। इस पावन अवसर पर गोरखनाथ मंदिर और महाकुंभ, दोनों स्थानों पर आस्था और उत्सव का अद्वितीय संगम देखने को मिल रहा है।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )