अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी फिच ने अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (AESL) को अपनी ‘रेटिंग निगरानी नकारात्मक’ सूची से हटा दिया है। यह कदम अमेरिकी अभियोग के बाद उठाया गया है। यह पहली बार है जब किसी अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी ने अदाणी की कंपनी की रेटिंग में सुधार किया है।
AESL की रेटिंग्स पर अपडेट
फिच ने AESL की दीर्घकालिक विदेशी और स्थानीय मुद्रा जारीकर्ता डिफॉल्ट रेटिंग (IDR) को ‘BB-’ पर बनाए रखा है। हालांकि, कंपनी की साख को ‘रेटिंग निगरानी नकारात्मक’ से बदलकर अब ‘नकारात्मक परिदृश्य’ में रखा गया है। फिच ने यह भी बताया कि अदाणी समूह ने 20 नवंबर, 2024 को अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) के कुछ बोर्ड सदस्यों पर अमेरिकी अभियोग के बावजूद, वित्तीय मजबूती को साबित किया है।
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शेयर बाजार पर प्रभाव
इस सकारात्मक खबर का असर अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस के शेयर पर भी देखने को मिला। शुरुआत में शेयर में 5% की तेजी आई, लेकिन बाद में यह 1.54% की गिरावट के साथ 789.10 रुपये पर बंद हुआ।
स्मार्ट मीटरिंग और ट्रांसमिशन पर निवेश
AESL ने भारत के पांच राज्यों में 22.8 मिलियन स्मार्ट मीटर लगाने के लिए एक बड़ी निविदा जीती है। फिच का कहना है कि स्मार्ट मीटरिंग से कंपनी का EBITDA FY26 तक 25% तक बढ़ सकता है।
फिच ने कहा
अमेरिकी अभियोग के बावजूद, अदानी समूह ने अपनी वित्तीय स्थिति को बनाए रखा है, और इसके व्यापार प्रदर्शन में कोई गिरावट नहीं आई है। हालांकि, फिच ने कहा कि अगर गवर्नेंस प्रैक्टिसेज में कोई समस्या आई, तो कंपनी की रेटिंग्स पर दबाव पड़ सकता है।
आगे की योजनाएँ और संभावित जोखिम
फिच ने अनुमान जताया है कि AESL के पूंजीगत खर्च में FY25 और FY26 में बढ़ोतरी हो सकती है, जो 17,500 करोड़ रुपये प्रति वर्ष तक जा सकता है। हालांकि, AESL को बिजली वितरण कंपनियों और उनके बकाए के मुद्दे से जोखिम हो सकता है।
अमेरिकी जांच पर सतर्कता जारी
फिच ने बताया कि अदानी समूह ने अमेरिकी अभियोग के बाद काफी अच्छा फंडिंग प्रदर्शन किया है, जिससे उसकी वित्तीय स्थिति मजबूत हुई है। हालांकि, फिच ने चेतावनी दी है कि अमेरिकी जांच और उसके नतीजे समूह के गवर्नेंस प्रैक्टिसेज पर असर डाल सकते हैं। अगर कोई कमजोरी सामने आती है, तो इसका असर कंपनी की रेटिंग्स पर हो सकता है।
अमेरिकी जांच से जुड़ी चिंता
हालांकि फिच ने AESL की रेटिंग में सुधार किया है, लेकिन कंपनी के लिए नकारात्मक दृष्टिकोण अभी भी बरकरार है। फिच इस समय चल रही अमेरिकी जांच को लेकर सतर्क है। जांच के संभावित प्रभाव से अदाणी समूह की कॉर्पोरेट प्रशासन प्रथाओं में कमजोरियां उजागर हो सकती हैं, जिससे कंपनी की रेटिंग में और गिरावट आ सकती है। फिच इस मामले की निगरानी करता रहेगा और जांच के नतीजों का असर कंपनी की वित्तीय स्थिति पर होने वाले किसी भी बदलाव को ध्यान में रखते हुए रेटिंग पर पुनर्विचार करेगा।