अदाणी ग्रुप की हेल्थकेयर में एंट्री, 60,000 करोड़ का निवेश, AI बेस्ड होंगे हॉस्पिटल

भारत के हेल्थ सेक्टर में एक नया मोड़ आने वाला है। उद्योगपति गौतम अदाणी (Gautam Adani) ने शुक्रवार को घोषणा की कि अदाणी फैमिली स्किल डेवलपमेंट, एजुकेशन और हेल्थ सर्विसेज के लिए घोषित 60,000 करोड़ रुपये में से एक बड़ा हिस्सा देश की स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने में लगाएगी। इस निवेश का उद्देश्य खास तौर पर ग्रामीण और सुविधाओं से वंचित इलाकों में मजबूत स्वास्थ्य ढांचा तैयार करना है।

रीढ़ की समस्या को बताया गंभीर

मुंबई में सर्जनों के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए गौतम अदाणी ने कहा कि आज भारत में रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याएं, विशेषकर लोअर बैक पेन, तेजी से बढ़ रही हैं। यह दिव्यांगता का एक बड़ा कारण बन रही है। उन्होंने कहा कि जब लोग दर्द से खड़े नहीं हो पाएंगे, तो देश कैसे खड़ा हो पाएगा। उन्होंने इसे एक गंभीर सामाजिक और स्वास्थ्य संकट करार दिया।

Also Read- अदाणी ग्रुप ने किया वायर एंड केबल बिजनेस में उतरने का ऐलान, पॉलीकैब-हैवेल्स के शेयरों में भारी गिरावट

AI तकनीक से लैस होंगे ‘अदाणी हेल्थकेयर टेंपल्स’

अदाणी ग्रुप की योजना है कि मुंबई और अहमदाबाद में ‘अदाणी हेल्थकेयर टेंपल्स’ नाम से अत्याधुनिक हॉस्पिटल बनाए जाएं। इन अस्पतालों में 1000 बेड होंगे और ये आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर आधारित होंगे। इसके लिए अमेरिकी संस्था मेयो क्लिनिक के साथ साझेदारी की गई है ताकि विश्वस्तरीय मेडिकल सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकें।

इलाज के साथ शिक्षा और रिसर्च का भी केंद्र

गौतम अदाणी ने कहा कि ये अस्पताल सिर्फ इलाज का स्थान नहीं होंगे, बल्कि इनमें मेडिकल ट्रेनिंग, उच्च शिक्षा और रिसर्च की सुविधाएं भी होंगी। उनका लक्ष्य है कि अगले पांच वर्षों में हेल्थ सेक्टर में 100 अरब डॉलर तक निवेश किया जाए, जिससे देश में नई मेडिकल प्रतिभाओं को तैयार किया जा सके।

Also Read -अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड की रेटिंग में सुधार, फिच ने अमेरिकी अभियोग के बाद पहली बार किया बदलाव

स्वस्थ भारत के लिए सस्ता और टिकाऊ इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करने की योजना

अदाणी का कहना है कि इस पहल का मकसद किसी से प्रतिस्पर्धा करना नहीं, बल्कि उन जगहों तक पहुंचना है जहां अभी तक हेल्थकेयर की सुविधाएं नहीं पहुंची हैं। उन्होंने इसे एक “परिवर्तन” नहीं बल्कि “क्रांति” बताया और कहा कि यह प्रणाली महामारी जैसी किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम होगी। उनका फोकस एक ऐसा हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना है जो सस्ता, टिकाऊ और व्यापक हो।

देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते है